– मेरा गांव मेरी सड़क योजना से बनेगी सीमांत गावों की सड़क
– डीएम के निर्देश पर खंड विकास अधिकारी ने क्षेत्र का दौरा
पहाड़ का सच,चंपावत।
जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी के निर्देश पर खण्ड विकास अधिकारी लोहाघाट कमल पांडेय के नेतृत्व में विभिन्न अधिकारियों की टीम द्वारा *”मेरा गांव, मेरी सड़क”* योजनान्तर्गत प्रस्तावित सड़कों का *नेपाल सीमा से लगी सुदूरवर्ती ग्राम पंचायत गुरैली, डुंगरालेटी* आदि गांवों का सत्यापन/निरीक्षण किया गया।
खण्ड विकास अधिकारी ने अवगत कराया कि मेरा गाँव, मेरी सड़क योजना राज्य के कठिन भौगोलिक भू भाग को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है। यह योजना बारहमासी कनेक्टिविटी से वंचित गांवों को पक्की कनेक्टिविटी प्रदान करने के उद्देश्य से तैयार की गई है।
इस योजना अंतर्गत सड़क से किसी भी तरह से यह राजस्व ग्राम जुड़ा न हो। इस योजना में अधिकतम एक किमी की सड़क बनाई जा सकती है। ग्राम्य विकास विभाग 35 लाख अनुमानित एवं शेष धनराशि मनरेगा से देता है।इस योजना में भूमि का मुआवजा नहीं मिलता है। इसमें किसी भी प्रकार का भूमि विवाद न हो, वन भूमि न हो एवम वास्तव में गांव मानकों को पूरा करता हो। इस संबंध में अधिकारियों द्वारा दूरस्थ गांव में सत्यापन का कार्य किया गया।
निरीक्षण के दौरान ग्राम प्रधान, स्थानीय ग्रामवासी, जेई आरईएस संदीप कुमार, जेई मनरेगा सुनील, ग्राम विकास अधिकारी नारायण कार्की आदि उपस्थित रहे।