पहाड़ का सच, टिहरी
जनपद टिहरी के मखलोगी प्रखण्ड के अंतर्गत आदर्श इण्टर कालेज नकोट में तैनात एक अध्यापक के आचारण को लेकर अभिभावकों ने सवाल उठाते हुए अध्यापक के खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही समेत उसके नियुक्ति दस्तावेजों की गहनता से जांच कराने की मांग की है। इस आशय का पत्र अभिभावकों ने प्रधानाचार्य को प्रस्तुत किया है।
आपको बता दें कि मखलोगी प्रखण्ड के अंतर्गत स्थित राजकीय आदर्श इण्टर कालेज नकोट इण्टर स्तरीय शिक्षा का प्रमुख केन्द्र है। यहां पर हिन्दी अध्यापक पद पर तैनात एक अध्यापक के आचारण को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। उक्त अध्यापक पिछले दो माह से बोर्ड परीक्षाओं के बाद लगातार मेडिकल पर चल रहा है और गोपनीय ढंग से विद्यालय में आकर अपनी ज्वाइनिंग देकर पुनः मेडिकल पर जा रहा है। शुक्रवार प्रातः भी उक्त अध्यापक अपनी पत्नी, माता एवं ताऊ के साथ विद्यालय में ज्वाइनिंग देकर पुनः भागने की फिराक में था।
स्थानीय अभिभावकों ने अध्यापक की विद्यालय में मौजूदगी पर विद्यालय में जाकर प्रधानाचार्य को अध्यापक के खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही का पत्र प्रेषित किया। साथ ही अध्यापक के बाजार में आते ही आक्रोशित भीड़ ने अध्यापक का लात घूंसों से जोरदार स्वागत कर दिया।
अभिभावकों ने प्रधानाचार्य को प्रेषित पत्र में अध्यापक के नियुक्ति एवं शैक्षणिक व स्थायी निवास आदि दस्तावेजों को चुनौती देते हुए उनकी गहनता से जांच की मांग उठाई है। उन्होंने अध्यापक के मेडिकल को भी गलत करार दिया और कहा कि स्वस्थ होने के बाबजूद भी अध्यापक द्वारा अपने अनैतिक मामलों को छुपाये जाने के उद्देश्य से लगातार मेडिकल दिया जा रहा है।
अभिभावक संघ द्वारा पूर्व में भी अध्यापक के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई थी। उक्त अध्यापक द्वारा पहले भी छात्र-छात्राओं के साथ अनैतिक व्यवहार अमल में लाया गया था। जिससे अभिभावकों में गहरा आक्रोश व्याप्त है। अभिभावकों एवं स्थानीय व्यापारियों ने अध्यापक के खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही की प्रबल मांग की है।
अभिभावकों में इस बात को लेकर भी आक्रोश है कि कुछ सहकर्मियों द्वारा अनैतिक व्यवहार कर्ता अध्यापक को बचाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। अभिभावकों ने ऐसे सहकर्मियों को भी भविष्य के लिए आगाह किया है।
अभिभावकों के प्रतिनिधि मंडल में व्यापार सभा अध्यक्ष कुलदीप मखलोगा, पूर्व पीटीए अध्यक्ष विक्रम सिंह रावत, राजेश बैलवाल, अमर देव बडोनी, प्यारे लाल, नरेन्द्र सिंह धनोला, पूर्व सैनिक भूपेन्द्र धनोला, मस्त राम चमोली, मनोज चमोली, दिलवीर मखलोगा, गणेश उनियाल, भरतू मिस्त्री आदि कई अभिभावक गण एवं व्यापारी शामिल थे।