हॉस्पिटल की हाईकोर्ट से याचिका भी निरस्त . अटल आयुष्मान योजना में करोड़ों का फर्जी क्लेम
पहाड़ का सच, देहरादून।
अटल आयुष्मान योजना में क्लेम के नाम पर करोड़ों का फर्जीवाड़ा करने वाले विकासनगर के कालिंदी हॉस्पिटल को राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने जांच के बाद पांच साल के लिए ब्लैक लिस्ट कर दिया है। उधर, प्राधिकरण द्वारा सूचीबद्धता समाप्त किए जाने पर रोक लगाने के लिए हॉस्पिटल की याचिका को कोर्ट ने निरस्त कर दिया है।
*आदेश*
राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा हॉस्पिटल को ब्लैकलिस्ट किये जाने हेतु निर्गत किये गये कारण बताओ नोटिस दिनांक 14.04.2023 तथा इस पर हॉस्पिटल द्वारा दिये गये उत्तर दिनांक 20.04.2023 के उक्त विवेचन के आधार पर सम्यक विचार एवं परीक्षण से यह स्पष्ट है कि हॉस्पिटल का आचरण न केवल Unethical है वरन् यह कपटपूर्ण एवं आपराधिक आचरण भी है। हॉस्पिटल द्वारा मरीजों को समुचित उपचार दिये जाने के स्थान पर अत्यन्त लापरवाही एवं लालचवश कार्य करते हुये मरीजों के जीवन की सुरक्षा से भी खिलवाड़ किया गया है। हॉस्पिटल द्वारा भारत सरकार / राज्य सरकार की स्वास्थ्य के क्षेत्र में जन साधारण हेतु बनायी गयी महत्वपूर्ण आयुष्मान योजना के अन्तर्गत फर्जी क्लेम दाखिल करके योजना की छवि को भी धूमिल करने का कार्य किया है तथा राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण / सरकार को आर्थिक क्षति भी पहुंचाने का प्रयास किया है। यह हॉस्पिटल मरीजों के इलाज की दृष्टि से समाज के लिये एक गंभीर खतरा है, अतः जनहित में इस हॉस्पिटल की सूचीबद्धता निरस्त किये जाने के अतिरिक्त इसे Blacklist किया जाना भी आवश्यक है। सभी तथ्यों एवं अभिलेखों तथा हॉस्पिटल द्वारा दिये गये उत्तर का भली-भांति अध्ययन एवं परीक्षणोपरांत यह निष्कर्ष निकलता है कि हॉस्पिटल द्वारा गंभीर अनियमितताएं की गयी हैं, हॉस्पिटल द्वारा किये गये कार्य न केवल अनैतिक हैं वरन् आपराधिक प्रकृति के भी हैं। अतः राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) की Guidelines on Hospital Empanelment and De-Empanelment के प्रस्तर- 6.3.6.7 के अनुसार कालिन्दी हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च इंस्टीट्यूट, लाइन जीवनगढ़, चकराता रोड, विकास नगर, जिला देहरादून को 5 (पांच) वर्षों के लिये ब्लैकलिस्ट किये जाने का निर्णय लिया जाता है।
(डॉ० वी० एस० टोलिया ) निदेशक, क्लेम / प्रशासन (प्राधिकृत अधिकारी) राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण
*कालिंदी हॉस्पिटल द्वारा कारण बताओ नोटिस का जबाव*