पहाड़ का सच, हल्द्वानी ।
पुलिस ने युवाओं को अग्निवीर बनाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने वाले गिरोह के सरगना फर्जी सूबेदार गोविंद सिंह नवाल को हल्द्वानी के काठगोदाम से गिरफ्तार किया है। आरोपी अपने दो साथियों के साथ मिलकर युवाओं से भर्ती के नाम पैसे ऐंठता था। मौके पर आरोपी के पास से कई बच्चों के शैक्षिक प्रमाणपत्र, अग्निवीर परीक्षा का पहचानपत्र, फर्जी आर्मी पहचान पत्र समेत कई डॉक्यूमेंट और एक कार बरामद की है। फिलहाल, पुलिस ने आरोपी गोविंद सिंह को कोर्ट में पेश कर सलाखों के पीछे भेज दिया है।
उधम सिंह नगर के एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि बीती 3 नवंबर 2022 को तपस मंडल निवासी प्रतापपुर नंबर 4 थाना नानकमत्ता ने पुलिस को एक तहरीर दी थी। जिसमें उन्होंने बताया कि शक्तिफार्म निवासी विक्की मंडल और रीठा साबिह के मछियाड के पंकज सिंह बडेला ने अग्रिवीर में भर्ती कराने के नाम पर उससे और अन्य लोगों से ऑरिजनल प्रमाण पत्र के साथ 50-50 हजार रुपए नकद लिए हैं। जब वो अग्निपथ योजना में भर्ती नहीं हुए तो उन्होंने अपने रुपए और प्रमाण पत्र वापस मांगे। जिसपर उन्हें दिनेशपुर के जयनगर बुलाया गया। उनका आरोप था कि पहले उनके साथ गाली गलौज की गई, फिर भी मारपीट कर तमंचा दिखाकर रुपए और प्रमाण पत्र वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद दिनेशपुर थाना पुलिस ने दो आरोपी विक्की मंडल और पंकज सिंह को गिरफ्तार किया था ।
जांच के दौरान गिरोह के सरगना सूबेदार गोविंद सिंह नवाल का नाम सामने आया। आरोपी गोविंद घटना के बाद से ही लगातार फरार चल रहा था। इस दौरान पुलिस टीम ने रानीखेत, अल्मोड़ा और बरेली के ठिकानों में दबिश दी, लेकिन आरोपी का कोई भी सुराग हाथ नहीं लग पाया इसी बीच 21 अप्रैल को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी काठगोदाम क्षेत्र में है। जिसके बाद पुलिस की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और आरोपी गोविंद सिंह को ब्रिजलाल अस्पताल के पास से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आरोपी गोविंद सिंह ने बताया कि वो अपने दोनों साथियों के साथ मिल कर युवाओं को भर्ती कराने का झूठा आश्वासन देता फिर उनसे मोटा पैसा ऐंठा करते थे। जो युवक खुद की मेहनत से भर्ती हो जाते थे, उनसे वो और पैसे की डिमांड करते थे। इसके लिए आरोपी गोविंद सिंह ने खुद को फर्जी सूबेदार बनाया था। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से फर्जी आई कार्ड समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।