– श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में बनेगी कार्डियक यूनिट
पहाड़ का सच देहरादून।
चारधाम यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने में राज्य के निजी मेडिकल कॉलेज भी सहयोग देंगे। अभी तक तीन मेडिकल कॉलेज ने सहमति दे दी है।
श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को बदरी-केदार यात्रा का मुख्य बेस कैंप मानकर उच्च स्तरीय कार्डियक यूनिट तैयार की जाएगी। दक्षिण भारत की प्रमुख संस्था मेडिट्रिना हेल्थ केयर ने इसके संचालन की जिम्मेदारी ली है। यमुनोत्री व गंगोत्री यात्रा के लिए एम्स ऋषिकेश में मुख्य बेस कैंप रहेगा।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने स्वास्थ्य निदेशालय में चारधाम यात्रा को लेकर विभागीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि सभी यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत करने के लिए अमनदीप कौर को बनाया नोडल अधिकारी सरकारी के साथ ही निजी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों, विशेषज्ञ चिकित्सकों, पीजी छात्रों के साथ ही पैरामेडिकल स्टॉफ की भी सेवाएं ली जाएंगी। उन्होंने कॉलेजों के प्रबंधकों से संपर्क कर खाका तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक में अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर, डीजी हेल्थ डॉ.विनीता शाह, निदेशक स्वास्थ्य डॉ.मीतू शाह, निदेशक एनएचएम डॉ.सरोज नैथाणी के अलावा निजी कालेजों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर को नोडल अधिकारी बनाया गया है। जो स्वास्थ्य महानिदेशालय के साथ ही राजकीय व निजी मेडिकल कॉलेजों के साथ ही समन्वय स्थापित कर चारधाम मार्गो में मेडिकल टीमों की तैनाती के लिए रूट चार्ट तैयार करेंगी।
तीन निजी कॉलेजों ने दी सहमति दे दी है। इनमें महंत इन्दिरेश मेडिकल कॉलेज, हिमालयन मेडिकल कॉलेज, सुभारती मेडिकल कॉलेज ने चारधाम यात्रा में अपना योगदान देने के लिए सहमति दे दी है। मेडिकल कॉलेजों से कार्डियोलॉजिस्ट, फिजिशयन, हड्डी रोग समेत अन्य विशेषज्ञ डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टॉफ का सहयोग लिया जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर निजी अस्पतालों मैक्स हॉस्पिटल, सिनर्जी अस्पताल, सीएमआई अस्पताल, कैलाश अस्पताल, आरोग्य धाम अस्पताल के साथ ही आईएमए के 7 डॉक्टरों का भी सहयोग लिया जाएगा।