*मामला डीएम के संज्ञान में आने के बाद तत्काल प्रभाव से किए गए सस्पेंड।
पहाड़ का सच रुद्रप्रयाग।
जनपद रूद्रप्रयाग के राइंका क्वीलाखाल के प्रधानाचार्य को शराब पीकर स्टाॅफ और स्कूली छात्रों के साथ मारपीट एवं हिंसक व्यवहार करना भारी पड़ गया।
मामला डीएम के संज्ञान में आने के बाद तत्काल प्रभाव से प्रधानाचार्य को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं अभिभावकों ने प्रधानाचार्य को सस्पेंड किये जाने पर खुशी व्यक्त की है।
मिली जानकारी के अनुसार काफी दिनों से राइंका क्वीलाखाल के प्रधानाचार्य सतीश कुमार स्कूल में आकर बच्चों और स्टाॅफ के साथ गाली-गलौज कर हिंसक व्यवहार कर रहे थे, जिस कारण स्कूल का स्टाॅफ और स्कूली बच्चे परेशान हो रहे थे। शुक्रवार को जब फिर से प्रधानाचार्य स्कूल में शराब पीकर पहुंचे और उन्होंने स्कूली छात्रों व स्टाॅफ के साथ गाली-गलौज करनी शुरू की तो स्कूली बच्चे क्लास से बाहर आ गए। उनके साथ स्टाॅफ भी बाहर आ गए और प्रधानाचार्य के खिलाफ धरने पर बैठ गए। शराबी प्रधानाचार्य भी स्कूल परिसर में आया और फिर से यहां भी स्टाॅफ के साथ गाली-गलौज और हिंसक व्यवहार करने लगा। ऐसे में परेशान स्टाॅफ ने अध्यापक अभिभावक संघ के अध्यक्ष से शिकायत की। पीटीए अध्यक्ष ने मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद सिमल्टी को पूरी घटना की जानकारी देने के बाद कार्यवाही करने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्य के ऐसे व्यवहार से छात्र-छात्राएं असहज एवं असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। साथ ही अध्यापकों का भी मानसिक उत्पीड़न हो रहा है। जिस कारण पठन-पाठन में कठिनाई हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्य मानसिक रूप से अपना संतुलन खो बैठे हैं, जिससे शैक्षिक वातावरण खराब हो रहा है।
मामला जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने सीईओ को त्वरित एक्शन के निर्देश दिए। मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद सिमल्टी ने बताया कि राइंका क्वीलाखाल में शराबी प्रधानाचार्य के आतंक को लेकर पीटीए अध्यक्ष का फोन आया था। पीटीए अध्यक्ष ने बताया कि स्कूल में प्रधानाचार्य शराब के नशे में स्टाॅफ और स्कूली बच्चों के साथ गाली-गलौज के साथ ही हिंसक व्यवहार कर रहा है, जिस कारण स्कूल का स्टाॅफ और छात्र बाहर विद्यालय परिसर में प्रधानाचार्य के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। पीटीए की शिकायत पर खण्ड शिक्षा अधिकारी जखोली यशवीर सिंह रावत को कार्यवाही के लिए कहा कहा। उन्होंने बताया कि खण्ड शिक्षा अधिकारी की ओर से घटना की पूरी जानकारी देने के बाद प्रधानाचार्य के खिलाफ तत्काल प्रभाव से निलंबन की कार्यवाही की गई है।