
पहाड़ का सच चेन्नई/नई दिल्ली। मध्य प्रदेश पुलिस ने कोल्ड्रिफ कफ सिरप बनाने वाली कंपनी श्रीसन फार्मा के मालिक एस रंगनाथन को चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने कहा है कि देश में हर निर्माता का ऑडिट होगा।

केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए कफ सिरप बनाने वाली हर दवा निर्माता कंपनी की निगरानी शुरू कर दी है। केंद्र ने राज्यों से इन दवा कंपनियों की सूची मांगी है। सभी दवा कंपनियों की पहचान के बाद इनके ऑडिट शुरू किए जाएंगे।
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श्रीसन फार्मा के मालिक रंगनाथन को बुधवार देर रात गिरफ्तार किया गया। उन्हें पूछताछ के लिए सुंगवरछत्रम पुलिस थाने ले जाया गया। चेन्नई पुलिस की मदद से मध्य प्रदेश पुलिस सात अक्तूबर से रंगनाथन की तलाश में जुटी थी। पुलिस ने कांचीपुरम स्थित दवा कंपनी के कारखाने से दस्तावेज भी जब्त किए हैं। तमिलनाडु सरकार ने श्रीसन फार्मा संयंत्र के निरीक्षण में लापरवाही बरतने वाले दो वरिष्ठ औषधि निरीक्षकों को निलंबित कर दिया है। .
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम ने बताया कि कंपनी को स्थायी रूप से बंद करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे। इस बीच केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के शीर्ष अधिकारी ने बताया कि राज्यों से सूची मिलने के बाद चिहिनत दवा कंपनियों का ऑडिट केंद्र एवं राज्य दोनों की टीम मिलकर करेंगी। यह काम एक महीने में पूरा कर लिया जाएगा।
सीडीएससीओ ने तीन कफ सिरप बनाने वाली कंपनियों के लाइसेंस निलंबित करने की सिफारिश भी की है। इनमें कोल्ड्रिफ बनाने वाली श्रीसन फार्मा, तमिलनाडु, रेस्पिफ्रेश टीआर बनाने वाली रेडनेक्स फार्मा, गुजरात और रिलाइफ बनाने वाली शेफ फार्मा, गुजरात शामिल हैं। इन उत्पादों में डायथिलीन ग्लाइकोल की उच्च मात्रा पाई गई थी। अधिकारी ने कहा कि अगर कच्चे माल और तैयार उत्पाद का परीक्षण समय पर हुआ होता, तो यह स्थिति टाली जा सकती है।
