
चमोली। नंदानगर क्षेत्र के कनोल गांव के ग्रामीणों ने अपने घोड़े-खच्चरों को चराने के लिए पास के गेल्डुंग बुग्याल भेजे थे। यह बुग्याल रूपकुंड और कुलुविनायक के बीच स्थित है और कनोल गांव से लगभग 12 किलोमीटर दूर है। इसी दौरान बारिश के बीच बिजली गिरने से बड़ा हादसा हो गया।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव के कई लोगों के घोड़े-खच्चर इस प्राकृतिक आपदा की चपेट में आ गए। महेंद्र सिंह, पुष्कर सिंह, खड़क सिंह, पुष्कर सिंह खुशहाल सिंह और काम सिंह के खच्चरों की मौत की पुष्टि हुई है। कुल मिलाकर लगभग 15 घोड़े-खच्चरों की मौत हो गई है, जबकि करीब नौ घोड़े अभी भी लापता हैं।
सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया। नायब तहसीलदार राकेश देवली ने बताया कि प्रभावित क्षेत्र में तुरंत टीम भेजी गई है। टीम के साथ पशुपालन विभाग के डॉक्टर भी रवाना किए गए हैं ताकि मृत और प्रभावित पशुओं का परीक्षण किया जा सके। टीम के लौटने के बाद विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
ग्रामीणों का कहना है कि यह हादसा उनके लिए बड़ी क्षति है क्योंकि पहाड़ी इलाकों में घोड़े-खच्चर आजीविका का मुख्य साधन होते हैं। प्रशासनिक रिपोर्ट आने के बाद पीड़ितों को मुआवजा देने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।
