
रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग से भाजपा विधायक भरत चौधरी ने पूर्व विधायक और कांग्रेस से पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को रुद्रप्रयाग सीट से दोबारा चुनाव लड़ने की खुली चुनौती दी है।

उन्होंने चैलेंज करते हुए कहा कि रावत स्वयं को सैन्य विज्ञान का प्रोफेसर बताते हैं, वह दो महीने बाद किसी भी सार्वजनिक मंच पर मेरे साथ सैन्य विज्ञान पर चर्चा कर सकते हैं। विधायक चौधरी ने रावत को आगामी विधानसभा चुनाव में रुद्रप्रयाग से चुनाव लड़ने की चुनौती भी दी है।
एक जारी बयान में विधायक भरत सिंह ने कहा कि पूर्व मंत्री रावत लंबे समय से भाजपा के खिलाफ अनावश्यक बयानबाजी करते आ रहे हैं। उन्हें यह पता नहीं होता कि वह क्या बोल रहे हैं और क्यों बोल रहे हैं। वर्ष 1991 व 1993 में राम लहर के नाम पर चुनाव जीतने वाले रावत वर्ष 1996 के विस चुनाव में बुरी तरह हार गए थे। आज वह कह रहे हैं कि मैं (चौधरी) दुर्भाग्य से विधायक बना हूं।
यहां बता दें कि हरक सिंह रावत लंबे समय से रुद्रप्रयाग विधानसभा को लेकर बयान बाजी कर रहे हैं, पूर्व में भी उन्होंने कहा था कि रुद्रप्रयाग जनपद और जखोली को तहसील मैंने बनाया था।
वहीं वर्तमान विधायक भरत सिंह चौधरी ने कहा कि पूर्व मंत्री ने जो भी आरोप लगाए हैं, उन्हें जनता भलीभांति समझती है। जनता ने मुझे 2017 व 2022 में रुद्रप्रयाग विस से 30 हजार वोट देकर उत्तराखंड की विस में भेजा है। चौधरी ने खुली चुनौती देते हुए कहा कि वह आगामी विस चुनाव में रुद्रप्रयाग विस से निर्दलीय चुनाव लड़कर उतने वोट हासिल कर दिखाएं।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में रुद्रप्रयाग में सैनिक स्कूल की स्वीकृति हुई थी और वर्ष 2021 तक रावत प्रदेश में मंत्री रहे। उन्हें पहाड़ की पीड़ा होती तो वह सैनिक स्कूल का निर्माण करा सकते थे। उन्होंने सैनिक स्कूल के नाम पर 10 करोड़ रुपये ठिकाने लगा दिए। विधायक ने रावत के उस बयान की भी कड़ी निंदा की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह भाजपा की अंत्येष्टि करने के बाद ही फूलमाला पहनेंगे।