
सैलाब में बह गई तीस होटल व दुकानें,तीन जगह बादल फटने से हर्षिल घाटी में नुकसान

पहाड़ का सच,उत्तरकाशी।
खीरगंगा में बादल फटने से धराली में आए सैलाब से अब तक मिली जानकारी के अनुसार चार लोगों की मौत हो गई है और राजरिफ के 11 जवानों समेत 81 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर धराली गांव के ऊपर खीरगंगा में मंगलवार दोपहर बादल फटने से खीरगंगा नदी में सैलाब आ गया। तेजी से आए मलबे और पानी की चपेट में आने से धराली का मुख्य बाजार पूरी तरह तबाह हो गया। साथ ही प्रसिद्ध कल्प केदार मंदिर भी पूरी तरह मलबे में बह गया है। जिला प्रशासन ने बताया कि देर शाम तक 130 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका था। चार लोगों के मरने की पुष्टि की है। जबकि करीब 70 लोग लापता बताए जा रहे हैं। साथ ही 30 होटल-दुकान-घर मलबे में बहने के कयास लगाए जा रहे हैं। हर्षिल घाटी में मंगलवार को तीन जगह बादल फटे।
खीर गंगा में बादल फटने से सबसे ज्यादा तबाही धराली में मची। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मंगलवार दोपहर करीब 1.50 बजे गांव के ऊपर बादल फटा। इसके बाद महज 20 सेकंड के भीतर खीरगंगा नदी का पानी और मलबा मुख्य बाजार की ओर मुड़ गया। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ रहे थे, लेकिन इससे पहले कि वह सुरक्षित जगह पर पहुंच पाते सैलाब ने सब कुछ तबाह कर दिया। वहां मौजूद कई होटल, रिसॉर्ट, दुकानें, घर और सेब के बगीचे जमींदोज हो गए। वहां चीख-पुकार मच गई। देखते ही देखते पूरा बाजार मलबे के ढेर में तब्दील हो गया।
सूचना मिलते ही जिला प्रशासन तुरंत हरकत में आया और एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सेना और पुलिस की टीमें मौके पर भेजी गईं। बचाव दल ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया और होटल में फंसे कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।
11 जवान लापता
पीआरओ (रक्षा) लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने बताया, धराली आपदा के बाद 14 राजरिफ के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल हर्षवर्धन खुद राहत और बचाव कार्यों का नेतृत्व कर रहे हैं। उनकी टीम के 150 जवान इस कठिन हालात में डटे हुए हैं। हालांकि यूनिट का बेस भी प्रभावित हुआ है और 11 जवान लापता हैं, फिर भी टीम पूरे हौसले और संकल्प के साथ काम कर रही है।
20 करोड़ जारी किए
सरकार ने बचाव कार्य और परिसंपत्तियों की मरम्मत के लिए आपदा मोचन निधि से 20 करोड़ की राशि तत्काल जारी की है। आपदा प्रबन्धन के अपर सचिव आनंद स्वरूप ने इस आशय का एक पत्र जिलाधिकारी उत्तरकाशी को भेजा है।
हर्षिल में राहत शिविर बना
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य और एसपी सरिता डोभाल की देखरेख में राहत शिविर स्थापित किया गया है।
