
पहाड़ का सच,रुद्रपुर।
शादी का झांसा देकर लोगों को प्रेमजाल में फंसाकर, फिर मोटी रकम ऐंठना और ब्लैकमेलिंग करने वाली लूटेरी दुल्हन आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गई। ये महिला कभी हाईकोर्ट की वकील, कभी बिजनेसवूमन, तो कभी रजनीगंधा की ब्रांड एंबेसडर बनकर लोगों को ठगती थी, आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आ चुकी है।पेशेवर महिला की ठगी का तरीका न सिर्फ शातिर था, बल्कि बेहद सटीक प्लानिंग भी।

इस पूरे मामले का खुलासा उत्तराखंड पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में हुआ। अभियुक्ता का नाम हिना रावत बताया गया है, जो काशीपुर की रहने वाली है। पुलिस की शुरुआती जांच में ही उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विभिन्न थानों में 18 से अधिक मुकदमे दर्ज होने की पुष्टि हुई है।
इस महिला का ठगी का तरीका बेहद चौंकाने वाला था। मेट्रोमोनियल साइटों पर खुद को अविवाहित और पेशेवर बताकर यह लोगों से संपर्क साधती थी। धीरे-धीरे विश्वास जीतती और फिर शादी के नाम पर ठगी की स्क्रिप्ट शुरू होती। हिना रावत ने अब तक खुद को अलग-अलग पहचान वकील, कॉन्ट्रैक्टर, ब्रांड एंबेसडर, और बिजनेसवूमन के रूप में प्रस्तुत किया। इन भूमिकाओं के ज़रिए वह लोगों को यह भरोसा दिलाती कि वह एक सम्मानित और उच्च वर्ग की महिला है।
फर्जी दस्तावेजों के ज़रिए वह खुद को कानूनी तौर पर भी सही साबित करने की कोशिश करती थी। गिरफ्तारी के समय उसके पास से एक फर्जी आधार कार्ड और ₹50,000 नकद बरामद किए गए हैं।
मामले का खुलासा तब हुआ जब रुद्रपुर निवासी दीपक कक्कड़ ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। दीपक ने पुलिस को बताया कि एक महिला हाईकोर्ट की वकील बनकर उनसे मिली थी। बातचीत का सिलसिला बढ़ा और जल्द ही महिला ने प्रेम संबंधों का नाटक करते हुए दीपक को शादी के लिए मना लिया। शादी के बाद महिला दीपक के घर में रहने लगी, जहां उसने पूरे परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। पैसे की लगातार मांग और आत्महत्या की धमकी देकर महिला ने दीपक को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। जब दीपक ने पुलिस का रुख किया, तब जाकर महिला के झूठ की परतें खुलनी शुरू हुईं।
जांच के दौरान महिला ने कबूल किया कि वह भारत से फरार होकर विदेश भागने की योजना बना रही थी। इसके लिए उसे करीब 30 लाख रुपये की जरूरत थी, जिसे वह विभिन्न व्यक्तियों को फंसाकर जुटाना चाहती थी। पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि वह दीपक से फिरौती के रूप में ₹50,000 लेने वाली थी, और इसी दौरान पुलिस ने जाल बिछाकर उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
