
पहाड़ का सच/एजेंसी।

बेंगलुरु। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने मंगलवार को आईपीएल का अपना पहला खिताब जीतकर इतिहास रचा था। इस ऐतिहासिक पल को सेलिब्रेट करने के लिए बेंगलुरु में चिन्नास्वामी स्टेडियम में बुधवार को एक विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस ऐतिहासिक जीत का जश्न बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में उस समय मातम में बदल गया, जब बुधवार को स्टेडियम के बाहर मची भीषण भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और 47 से अधिक लोग घायल हो गए। इनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। मरने वालों में एक महिला और बच्चे भी शामिल है।
समारोह में हिस्सा लेने के लिए स्टेडियम के बाहर करीब दो लाख से ज्यादा प्रशंसकों की भीड़ उमड़ पड़ी, जबकि स्टेडियम की क्षमता महज 35,000 लोगों की है। प्रशंसकों ने बैरिकेड तोड़कर स्टेडियम में घुसने की कोशिश की, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को काबू में करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया, लेकिन हालात बेकाबू हो गए। अफरा-तफरी में कई लोग जमीन पर गिर पड़े और कुचले गए। पुलिस और अस्पताल सूत्रों के अनुसार, 11 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से सात की मौत बॉरिंग अस्पताल में और चार की मौत वैदेही अस्पताल में हुई है। घायलों में से तीन की हालत नाजुक बनी हुई है और उनका इलाज चल रहा है। अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और ट्वीट कर कहा, “बेंगलुरु में हुआ हादसा बेहद दुखद है. जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके साथ मेरी संवेदनाएं हैं. घायल जल्द स्वस्थ हों, यही प्रार्थना है।
विपक्षी दल भाजपा और जेडीएस ने इस हादसे के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा नेता बी.वाई. विजयेंद्र और जेडीएस नेता एच.डी. कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि सरकार ने भीड़ प्रबंधन की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की थी। उन्होंने न्यायिक जांच की मांग की है।
