
पहाड़ का सच देहरादून।
देहरादून नगर निगम के रिकॉर्ड रूम में सेंधमारी, एक जटिल मामला है जिसमें कई आशंकाएं हैं। इसमें भूमाफियों की साजिश, सरकारी जमीन पर अवैध कब्जों से जुड़े रिकॉर्ड खंगालना, या फिर नगर निगम के कार्यों से संबंधित गड़बड़ियों को छिपाने की कोशिश भी हो सकती है।
संभावित कारण और आशंकाएं।
भूमाफियाओं द्वारा सेंधमारी
नगर निगम क्षेत्र में कई बेशकीमती जमीनें हैं, और कुछ समय पहले ही 35 स्थानों से अवैध कब्जे हटाए गए थे। ऐसे में, भूमाफियाओं द्वारा सेंधमारी कर संपत्ति से जुड़े रिकॉर्ड नष्ट करने करने की आशंका है।
अवैध कब्जे और म्यूटेशन की फाइलें
कुछ समय पहले ही नगर निगम ने 35 स्थानों से अवैध कब्जे हटाए थे. सेंधमारी के दौरान म्यूटेशन की फाइलें खंगाली गई थीं, जो अवैध कब्जों से जुड़े हो सकते हैं.
पारदर्शिता कम करने की कोशिश
नगर निगम के रिकॉर्ड रूम में सेंधमारी से, शहर के विकास और संपत्ति से संबंधित जानकारी को छिपाने की कोशिश हो सकती है.
अन्य संभावित कारण
कुछ लोगों का मानना है कि यह सेंधमारी, नगर निगम में भ्रष्टाचार, अनियमितताओं को छिपाने, या अन्य मामलों में शामिल लोगों को बचाने के लिए की जा सकती है.।
आगे की जाँच और कार्यवाही:
पुलिस जांच
घटना की जांच जारी है, और पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
सीसीटीवी फुटेज
नगर निगम के वर्कशॉप के सीसीटीवी कैमरे में घटना कैद हुई है, जो जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
आरोपी की पहचानपुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और जल्द ही आरोपियों की पहचान की जाएगी।
वहीं निगम के मेयर ने कहा है कि देहरादून नगर निगम में सेंधमारी एक गंभीर मामला है, और इसकी जांच और कार्यवाही आवश्यक है ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को सजा मिल सके।
