पहाड़ का सच, देहरादून।
उत्तराखंड क्रांति दल की महिला दल के सदस्यों ने जिला अधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा है, जिसमें प्रदेश की महिलाओं की सुरक्षा को लेकर मुद्दे, और प्रदेश में जो पिछले कुछ दिनों से संग्राम चल रहा है, उसके बारे में बिंदु दर्शाए गए हैं। लेकिन आज प्रशासन को जब इसकी जानकारी मिली कि उक्रांद की महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष मेजर संतोष भंडारी और केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रमिला रावत इस उपरोक्त संबंध मैं ज्ञापन देने प्रधानमंत्री को मिलने जाएंगी, तत्काल प्रभाव से प्रमिला रावत को शासन, प्रशासन द्वारा नजर बंद रखा गया।
बता दें भारी पुलिस संख्या मैं उक्रांद की महिला सदस्य ज्ञापन देने जिलाधिकारी के कार्यालय पहुंचे, जब दल की सदस्य प्रमिला रावत को घर पर दल के सदस्य मिलने गए तो पुलिस ने उनको भी वहां पर अंदर से कहीं जाने अनुमति नहीं दी, जो कि एक बहुत शर्मनाक घटना है। उक्रांद की महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष भंडारी ने कहा इस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री और उच्च अधिकारियों को संज्ञान लेना पड़ेगा कि आप क्यों इस प्रकार से एक महिला को प्रताड़ित करते हैं, उन्होंने कहा महिलाएं इसीलिए आज खुद को प्रदेश में असुरक्षित महसूस कर रहीं हैं।