पहाड़ का सच/एजेंसी।
फरीदाबाद। ओल्ड फरीदाबाद इलाके में कुछ बदमाशों ने एक युवक की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। युवक की हत्या से इलाके में हड़कंप मच गया। हमले में बुरी तरह से घायल अंशुल (19) को परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने 11 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
मृतक के परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों के परिजनों का आरोप है कि अंशुल को पिछले दिनों इंस्टाग्राम पर जान से मारने की धमकी मिली थी। जिसकी शिकायत उन्होंने थाने में की थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। आरोपियों ने अंशुल को पहले तो घर से बुलाया और फिर उस पर हमला करने की कोशिश की। हालांकि, अंशुल उनके इरादे को समझ चुका था और वह बचने के लिए भागा। आरोपियों ने उसका पीछा किया और जैसे ही अंशुल गिरा तो उन्होंने उस पर चाकुओं से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, हालांकि तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। परिजनों का कहना है कि यदि पुलिस ने पहले कार्रवाई की होती तो अंशुल आज जिंदा होता।
वहीं पुलिस लापरवाही के आरोप से इनकार कर रही है। पुलिस के मुताबिक, मृतक के परिजनों ने उन्हें शिकायत जरूर दी थी लेकिन बाद में दोनों पक्षों में समझौता कर लिया था। एसएचओ जय भगवान ने बताया कि इस मामले में मृतक के परिजनों की शिकायत पर 11 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मृतक के ताऊ राजकुमार ने बताया कि चार से पांच दिन पहले मोहल्ले के कुछ लड़कों ने पथराव किया था, जिसका अंशुल ने विरोध किया था। उसी दिन इंस्टाग्राम पर इस जान से मारने की धमकी मिली। चार दिन पहले हमने धमकी का मैसेज पुलिसवालों को दिखाया था। पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। यदि पुलिस ने कार्रवाई की होती तो शायद आज ये घटना ना होती। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में पुलिस की 110 प्रतिशत लापरवाही रही है।