पहाड़ का सच, देहरादून।
प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं के लिये उत्तम गुणवत्ता एवं उचित दरों पर बिजली की उपलब्धता के लिए यूपीसीएल हमेशा से कटिबद्ध है। लगातार बढ़ रही मांग तथा बाजार से चुनौती पूर्ण प्रतिस्पार्धात्मक परिस्थितियों के बावजूद यूपीसीएल पूरे प्रदेश में हर गांव, हर घर तक सुचारू रूप से विद्युत की मांग की आपूर्ति सतत् बनाये रखने हेतु संकल्पित है।
प्रबन्ध निदेशक के कुशल नेतृत्व में आज यूपीसीएल द्वारा प्रदेश भर के विरल-अविरल उद्योगों, शहरों, दूर दराज गाँवों में सुचारू विद्युत आपूर्ति बनाये रखने में सफलता प्राप्त की है। इसी क्रम में यूपीसीएल द्वारा इनोवेटिव पावर पर्चेज स्ट्रेटजी अपनाते हुए वित्तीय वर्ष 2023-24 में वित्तीय वर्ष 2022-23 के सापेक्ष में रिकार्ड 22 प्रतिशत कम रेट पर शार्ट टर्म मार्केट से सस्ती बिजली प्राप्त की है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में यूपीसीएल की औसतन शार्ट टर्म पावर पर्चेज रू0 6.86 प्रति यूनिट थी जो कि गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में 22 प्रतिशत से घटकर 5.35 प्रति यूनिट हुई है।
बाजार से सस्ती बिजली प्राप्त करने से उपभोक्ताओं के बिजली टैरिफ को कम किया गया है जिसके फलस्वरूप प्रदेश भर में कम दरों पर सुचारू विद्युत आपूर्ति प्रदान किया जा पाना संभव हो पाया है। औसतन शार्ट टर्म पावर पर्चेज मूल्य में हुई घटोतरी से ओवरऑल पावर पर्चेज रेट भी वित्तीय वर्ष 2022-23 में 5.48 प्रति यूनिट से 2.92 प्रतिशत घटकर गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में 5.32 प्रति यूनिट हुई है।
बेहतर पावर पर्चेज प्रबन्धन होने से ही यूपीसीएल द्वारा उपभोक्ताओ के विद्युत बिलों में FPPCA मद में कुल 324 करोड़ (माह जुलाई, 2024 में रु 39.06 करोड़ (रु 0.30 प्रति यूनिट), माह अगस्त, 2024 में रु0 67.10 करोड़ (0.52 प्रति यूनिट), माह सितम्बर, 2024 में रु 28.88 करोड़ (रु 0.23 प्रति यूनिट), माह अक्टूबर, 2024 में रु 84.19 करोड़ (रु 0.70 प्रति यूनिट) तथा माह नवम्बर, 2024 में रु 104.49 करोड (रु 0.88 प्रति यूनिट)) तक की भी छूट दी गई है।
विद्युत क्रय लागत में इस प्रकार हुई बचत की धनराशि को यूपीसीएल द्वारा मासिक आधार पर उपभोक्ताओं को विद्युत बिलों में छूट के रूप में दिया जा रहा है जोकि श्रेणीवार न्यूनतम 26 पैसे से लेकर अधिकतम 101 पैसे प्रति यूनिट तक की दर्ज हुई है जिसका विवरण निम्नवत् है:-
इसके अतिरिक्त कल दिनांक 18.11.2024 में कुल अनुमानित विद्युत माँग 40.13 मिलियन यूनिट की है जिसमें विभिन्न स्त्रोतों से कुल विद्युत उपलब्धता लगभग 31.47 मिलियन यूनिट है। कुल अनुमानित माँग के सापेक्ष राज्य से 7.41 मिलियन यूनिट एवं केन्द्रीय पूल से 22.16 मिलियन यूनिट की उपलब्धता रहेगी। उपरोक्त के अनुसार यूपीसीएल के स्तर से कल किसी भी प्रकार की कटौती सम्भावित नहीं है। उपभोक्ताओं को सुचारू विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से किसी भी प्रकार की अपरिहार्य स्थिति में विद्युत की उपलब्धता में कमी होने पर रियल टाइम में Energy Exchange के माध्यम से विद्युत क्रय कर प्राविधानित की जायेगी।