पहाड़ का सच उत्तरकाशी।
जनपद के सीमांत क्षेत्र में गुरुवार 24 अक्टूबर को मस्जिद विवाद के बाद हुए बवाल पर पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। पुलिस ने 208 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है, जिसमें से 8 नामजद और 200 अज्ञात हैं।
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय समेत आसपास के शहरों में कल के बवाल के बाद आज बाजार बंद रहा, साथ ही प्रशासन ने भी शहर में धारा 163 लगा कर रखी है। सभी 208 लोगों के खिलाफ उत्तरकाशी नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया है। नामजद आरोपियों के नाम जितेंद्र चौहान, सोनू नेगी, सूरज डबराल, कुलवीर राणा, सुशील शर्मा, गौतम रावत, आलोक रावत और सचेंद्र परमार है। इसके अलावा 200 लोग अज्ञात हैं। सभी के खिलाफ सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों से गाली-गलौच, धक्का-मुक्की और अभद्रता करना, चोट पहुंचाना, पुलिस बैरियर और रस्सी को क्षतिग्रस्त करना, धार्मिक भावना भड़काने सहित अन्य नुकसान पहुंचाने व शांति व्यवस्था के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है।
कल हुए बवाल के बाद शुक्रवार को पुलिस ने उत्तरकाशी बाजार में फ्लैग मार्च निकाला और व्यापारियों से दुकानें खोलने का आह्वान किया, साथ ही धार्मिक भावनाओं के भड़काने वालों को हिदायत भी दी। व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष विष्णु पाल रावत ने बताया कि उत्तरकाशी में एक दिन बाजार बंद होने से करीब तीन करोड़ रुपए का नुकसान होता है। बाजार बंद होने से व्यापारियों को भारी नुकसान पहुंचा है। कुछ बाहरी लोगों ने उत्तरकाशी की शांत वादियों को अशांत कर दिया, जिसकी वह घोर निंदा करते हैं।
पथराव के बाद पुलिस ने भी भीड़ को खदेड़ने के लिए हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठी-चार्ज किया. इस दौरान कई पुलिसकर्मी और कुछ प्रदर्शनकारी भी घायल हुए. उत्तरकाशी एसपी अमित श्रीवास्तव ने बताया कि फिलहाल शहर का माहौला शांत है. सुरक्षा की दृष्टि से बाहर से भी अतिरिक्त पुलिस बुलाई गई है।
वहीं, व्यापारियों ने भी बंद के ऐलान को वापस लेते हुए दीपावली तक बाजारों को खोलने का निर्णय लिया है. व्यापारियों ने पुलिस-प्रशासन को दो नवंबर तक का समय दिया है. व्यापारियों ने साफ किया है कि यदि दो नवंबर तक पुलिस-प्रशासन बाहरी लोगों का सत्यापन और विवादित भूमि की सही रिपोर्ट नहीं देती है तो बाजारों को अनिश्चितकालीन काल के लिए बंद कर दिया जाएगा।