– पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपने ही नेताओं पर जमकर साधा निशाना
पहाड़ का सच, गैरसैण/देहरादून।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गैरसैंण को स्थाई राजधानी का दर्जा नहीं मिलने पर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। साथ ही, यह भी स्वीकार किया कि कांग्रेस सरकार के समय यदि अपनों ने ही रोड़ा नहीं अटकाया होता तो आज गैरसैंण स्थाई राजधानी होती।
उन्होंने ये भी दावा किया कि 2027 में कांग्रेस का ही सीएम गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाएगा। प्रेसवार्ता में पूर्व सीएम रावत ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार उत्तराखंडियत को कमजोर करने में लगी है।
उन्होने कहा कि उत्तराखंड के लोगों की अनदेखी की जा रही है। जनता से किए गए वादे अब भी अधूरे हैं। गैरसैंण को स्थाई राजधानी तो दूर ग्रीष्मकालीन राजधानी तक नसीब नहीं हो पाई है। कहा कि पूर्व में कांग्रेस सरकार के समय कांग्रेस के नेता रहे कुछ लोगों ने सरकार पर दबाव नहीं बनाया होता तो आज गैरसैंण स्थाई राजधानी होती।
उन्होंने आरोप लगाया कि गैरसैंण के लिए जो सपने कांग्रेस सरकार ने देखे थे उन्हें भाजपा ने कुचलने का काम किया है। हालात यह हैं कि आज गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी के बोर्ड तो लगे हैं, लेकिन यहां एसडीएम तो दूर तहसीलदार तक की तैनाती नहीं की गई है। आरक्षण पर हुए फैसले पर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए केंद्र सरकार से जनभावना को ध्यान में रखते हुए उचित पहल करने की मांग की। साथ ही निकाय चुनाव में देरी पर भी सरकार को घेरा। कहा कि सरकार की मंशा ही नहीं है कि निकाय चुनाव समय से हों। भाजपा को निकाय चुनाव में हार का डर सता रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि सरकार ने न्यायालय में जो तिथि बताई है, उसी तिथि तक निकाय चुनाव करवा लिए जाएंगे।
प्रेसवार्ता में जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज, निवर्तमान पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, पूर्व पालिकाध्यक्ष शोभा जोशी, नगर अध्यक्ष तारा जोशी, पीतांबर पांडे, मनोज सनवाल आदि थे।