
पहाड़ का सच रुद्रप्रयाग।

केदारनाथ में हेली सेवा प्रतिबंधित होने के बावजूद भी दो दिन पहले एक प्राइवेट कंपनी के हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी। इसके बाद मौसम खराब होने पर हेलीकॉप्टर को पूरा एक दिन तक वहीं रुकना पड़ा।
अगले दिन मौसम साफ होने पर हेलीकॉप्टर वापस आया। बताया जा रहा है कि इस हेलीकॉप्टर में बदरी-केदार मंदिर समिति (BKTC) के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी सवार थे।
केदारनाथ के पुरोहित ने बताया कि इस हेलीकॉप्टर में बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी और उनके साथ कुछ उद्योगपति केदारनाथ पहुंचे थे। वहीं, अब इस पूरे मामले पर उत्तराखंड सिविल एविएशन एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (UCADA) के सीईओ आशीष चौहान ने सख्त एक्शन लेने की बात कही है. उन्होंने बताया कंपनी को इस संबंध में नोटिस भेजा गया है। जांच अधिकारी संजय टोलिया ने बताया इस मामले की जांच जल्द पूरी हो जाएगी। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सत्ता और विशेषाधिकार के दुरुपयोग का मामला बताते हुए कार्रवाई की मांग की।
कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी व सुजाता पॉल ने बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी पर नियमों की अनदेखी और वीआईपी संस्कृति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
दसौनी ने सवाल किया कि जब आम श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मानसून में उड़ानों पर रोक लगी है, तो बीकेटीसी अध्यक्ष को विशेष छूट क्यों और किस आधार पर दी गई? उन्होंने इसे “एक देश, दो नियम” का उदाहरण बताते हुए कहा कि यह नियमों का खुला उल्लंघन और पद का दुरुपयोग है।
बताते चलें कि इस वर्ष उत्तराखंड में पांच हेलीकाप्टर हादसों में 13 व्यक्तियों की जान जा चुकी है। बावजूद इसके हेली कंपनियां सबक लेने को तैयार नहीं है।
