– इंटरनेट ऑफ थिंग्स’ पर केंद्रित हैकेथॉन का ग्रैंड फाइनल संपन्न
– इनोवेशन फॉर होम ऑटोमेशन को 1 लाख रुपए का प्रथम पुरुस्कार
– इनोवेशन फॉर एग्रीकल्चर के लिए फर्स्ट रनर अप टीम को रु. 75,000
– इनोवेशन फॉर एग्रीकल्चर के लिए सेकंड रनर अप टीम को रु. 50,000
पहाड़ का सच, देहरादून
यूपीईएस स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस (SoCS) ने अपने सिग्नेचर इवेंट, इंटरनेशनल हार्डवेयर हैकथॉन – HARD-WAR 3.0 के ग्रैंड फाइनल का सफल आयोजन किया है। HARD-WAR 3.0 का आयोजन मानवीय प्रतिभा को आगे बढ़ाने, और प्रतिभागियों को हार्डवेयर सॉल्यूशंस की मदद से वास्तविक दुनिया की समस्याओं का समाधान करने का मंच प्रदान करना है। इस साल के थीम के तहत् ‘IoTvity,के जरिए IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) को विभिन्न डोमेन्स के साथ एकीकृत करने पर ज़ोर देने के साथ-साथ प्रतिभागियों को अपने कौशल एवं रचनात्मकता का प्रदर्शन करने के लिए चुनौती देना था।
हैकेथॉन का आयोजन सभी प्रतिभागियों के लिए मुफ्त पंजीकरण के साथ हुआ। इस आयोजन को तीन चरणों में बांटा गया थाः आइडिएशन (1 जुलाई, 2024 – 25 जुलाई, 2024)- ऑनलाइन तथा एग्जीक्युशन (29 जुलाई, 2024 – 3 सितंबर, 2024) – ऑनलाइन और अंत में, ग्रैंड फाइनल, जो कि युपीईएस में आयोजित किए गए थे। प्रतिभागियों ने कृषि, स्वास्थ्य, होम ऑटोमेशन, इंडस्ट्री ऑटोमेशन, फायर एंड सेफ्टी, एजुकेशन, ऑटोमोबाइल ऑटोमेशन, स्मार्ट सिटी सॉल्यूशंस, तथा डिफेंस ऑटोमेशन के क्षेत्रों में पेश आने वाली समस्याओं के लिए इनोवेटिव हार्डवेयर प्रोटोटाइप्स तैयार करने में अथक परिश्रम किया।
ग्रैंड फाइनल का आयोजन 23 सितंबर, 2024 को किया गया जिसमें भाग लेने वाली टीमों ने अपने फाइनल हार्डवेयर सॉल्यूशंस मुख्य अतिथी, जूरी पैनल तथा उत्साही दर्शकों के सामने प्रस्तुत किए। इस दौरान टीमों को अपने-अपने आइडिया पूरी दुनिया के सामने लाने का शानदार अवसर मिला। तीन टीमों को पुरस्कार प्रदान किए गए। हैकेथॉन के विजेता कोड कैटेलिस्ट, महाराजा सूरजमल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली ने इनोवेशन फॉर होम ऑटोमेशन पर आधारित अपने हार्डवेयर सॉल्यूशंस पेश किए और टीम को 1,00,000 रु का पुरस्कार प्रदान किया। फर्स्ट रनर अप टीम गोस्टएक्सवॉकर्स, राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज बांदा, ने इनोवेशन फॉर एग्रीकल्चर के लिए हार्डवेयर सॉल्यूशंस को प्रस्तुत किया और उन्हें 75,000 रु का पुरस्कार दिया गया। दूसरे रनर अप नैक्सेंस, यूपीईएस, देहरादून ने इनोवेशन फॉर एग्रीकल्चर के लिए हार्डवेयर सॉल्यूशंस को प्रस्तुत किया और उन्हें 50,000 रु का पुरस्कार दिया गया। इस इवेंट ने प्रतिभागियों को नेटवर्किंग के अवसर उपलब्ध कराए और साथ ही, उन्हें हार्डवेयर इनोवेशन के भविष्य के बारे में आपस में विचार-विमर्श करने का भी मौका मिला।
इस मौके पर कुलदीपक शर्मा, एसोसिएट वाइस प्रेसीडेंट, अमरराजा एनर्जी एंड मोबिलिटी लिमिटेड मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। HARD-WAR 3.0 की जूरी में प्रदीप्तो चक्रबर्ती, रीजनल डायरेक्टर, साउथ एशिया, कॉम्पटीआईए; डॉ भूपेश सिंह भाटी, असिस्टेंट प्रोफेसर, आईआईआईटी सोनीपत, इंफॉरमेशन सिक्योरिटी स्पेश्यलिस्ट एवं IoT; रोबोटिक्स एक्सपर्ट और इंटेलीजेंट ऑटोमेशन सिस्टम्स में लंबा अनुभव रखने वाले डॉ विकास थापा, असिस्टेंट प्रोफेसर, स्कूल ऑफ डिजाइन, यूपीईएस, मिथुन कुमार एस आर इंजीनियरिंग मैनेजर, गूगल मैप्स (एआई एक्सपर्ट);के अलावा कंप्यूटर विज़न, इंफ्रारेड मेडिकल इमेजिंग, और असिस्टिव केयर टेक्नोलॉजी की पृष्ठभूमि से आए डॉ मुथुकुमार के ए, असिस्टेंट प्रोफेसर, स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस, यूपीईएस, एआई रिसर्चर समेत इंडस्ट्री एक्सपर्ट और एकेडमिशियन शामिल थे।
इस इवेंट के बारे में, डॉ विजयशेचार चेलाबोइना, प्रोफेसर एवं डीन, यूपीईएस स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस ने कहा, “इतने ऊर्जावान प्रतिभागियों को देखना काफी प्रेरणास्पद था, सभी प्रतिभागियों ने कुछ न कुछ प्रभाव पैदा करने के लिए टेक्नोलॉजी की सीमाओं से परे जाकर प्रदर्शन किया। इस इवेंट में छात्रों ने अपनी तकनीकी कौशलों को प्रदर्शित किया और साथ ही, दबाव में टीम के रूप में काम करने की क्षमता भी दिखलायी – ये कुछ ऐसी खूबियां हैं जो आने वाले कल के लीडर्स में होना जरूरी है। हमारा स्कूल इनोवेशन तथा परस्पर सहयोग से कमा करने और मिल-जुलकर वास्तविक दुनिया की समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है।”