– “इनोवेशन के क्षेत्र में भारत के 50 सबसे बड़े संस्थानों की सूची में यूपीईएस का नाम हुआ शामिल”
पहाड़ का सच, देहरादून
यूपीईएस ने एक बार फिर नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) मूल्यांकन में ऊपर उठकर उत्कृष्टता के प्रति कमिटमेंट का प्रदर्शन किया है। एनआईआरएफ रैंकिंग 2024 के अनुसार, यूपीईएस ने ‘यूनिवर्सिटी’ श्रेणी में भारत में 46वां स्थान हासिल किया है, जो 2023 की रैंकिंग से 6 स्थान ऊपर है। यूपीईएस ने पिछले साल की तुलना में ‘ओवरआल’ श्रेणी में भी 20 पायदान की महत्वपूर्ण छलांग लगाकर 59वां स्थान हासिल किया है। यूनिवर्सिटी ने कानून में 28वां, प्रबंधन में 41वां और इंजीनियरिंग श्रेणियों में 42वां स्थान हासिल किया। इसके साथ ही, यूपीईएस उत्तराखंड में सर्वोच्च रैंकिंग वाला निजी विश्वविद्यालय बना हुआ है।
यह उपलब्धि यूपीईएस का लगातार ऊपर की ओर बढ़ने की दिशा को दर्शाती है, जिसमें यूनिवर्सिटी शीर्ष की ओर बड़े पैमाने पर कदम बढ़ा रहा है, 2021 में एनआईआरएफ की शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों की सूची में प्रवेश करने के बाद से, ‘यूनिवर्सिटी’ श्रेणी में 100वें स्थान पर है। 2022 में यूपीईएस यूनिवर्सिटी श्रेणी में 65वें स्थान पर पहुंच गया, और पिछले साल 2023 में 52वें स्थान पर पहुंच गया। यहां तक कि ‘ओवरआल’ श्रेणी में भी, यूपीईएस ने हर साल अपनी स्थिति में उल्लेखनीय सुधार किया है, जो 2022 में 97वें स्थान से शुरू हुआ और 2023 में श्रेणी में 79वें स्थान पर पहुंच गया।
इस साल, पहली बार, यूपीईएस ने इनोवेशन वर्ग में भारत के शीर्ष 50 संस्थानों में अपनी जगह बनायी है। इनोवेशन हमेशा से ही यूपीईएस के एकेडमिक वातावरण के केंद्र में रहा है, और इसने छात्रों, एल्युमनाइ तथा फैकल्टी के बीच परस्पर सहयोग को बढ़ावा दिया है। यूपीईएस अपनी रिसर्च विंग के साथ शोध कार्यों के लिए फंडिंग, मेंटोरशिप और रिसोर्स को बढ़ावा देने के साथ-साथ वास्तविक दुनिया की चुनौतियों से निपटने की प्रेरणा भी देता है।
पिछले कुछ वर्षों में, यूपीईएस ने इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार पाठ्यक्रमों, अपने मजबूत प्लेसमेंट प्रोग्रामों तथा स्टूडेंट डेवलपमेंट के साथ उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नए मानक रचे हैं। इसके अलावा, अपने रनवे स्टार्ट-अप इंक्यूबेटर के जरिए, यूनीवर्सटी भविष्य की समस्याओं के समाधान तैयार करने वाले पेशेवरों को भी तैयार कर रही है। इनोवेशन हब के रूप में, यूपीईएस वास्तविक दुनिया की चुनौतियों पर काम करने वाले प्रोजेक्ट्स पर परस्पर सहयोग को बढ़ावा देते हुए बेहतर कल के निर्माण की दिशा में प्रयासरत है।
नवीनतम एनआईआरएफ रैंकिंग्स पर गौरवान्वित, डॉ राम शर्मा, वाइस चांसलर, यूपीईएस ने कहा, “भारत में शीर्ष संस्थानों में शामिल होना यूपीईएस के लिए यह गर्व का क्षण है। प्रत्येक वर्ष NIRF विश्वविद्यालय और स्कूल रैंकिंग में हमारी निरंतर वृद्धि वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित संस्थान बनने की हमारे कमिटमेंट को दर्शाती है। हमारी प्रगति वैश्विक शिक्षा रैंकिंग जैसे कि क्वाक्वेरेली साइमंड्स (QS), टाइम्स हायर एजुकेशन (THE), और अकादमिक रैंकिंग ऑफ़ वर्ल्ड यूनिवर्सिटीज़ (ARWU), जिसे शंघाई रैंकिंग के रूप में भी जाना जाता है, में हमारी मजबूत स्थिति को दर्शाता है।”
शिक्षा मंत्रालय की पहल एनआईआरएफ शिक्षण, सीखने, शोध, स्नातक परिणाम, समावेशिता और धारणा सहित विभिन्न मापदंडों के आधार पर संस्थानों का मूल्यांकन करती है। इन रैंकिंग में यूपीईएस की लगातार बढ़त विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए इसके समर्पण को रेखांकित करती है।