ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल
*🌞~वैदिक पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक – 11 जुलाई 2024*
*⛅दिन – गुरूवार*
*⛅विक्रम संवत् – 2081*
*⛅अयन – दक्षिणायण*
*⛅ऋतु – वर्षा*
*🌤️अमांत – 27 गते आषाढ़ मास प्रविष्टि*
*🌤️राष्ट्रीय तिथि – 21 आषाढ़ मास*
*⛅मास – आषाढ़*
*⛅पक्ष – शुक्ल*
*⛅तिथि – पंचमी प्रातः 10:03 तक तत्पश्चात षष्ठी*
*⛅नक्षत्र – पूर्व फाल्गुनी दोपहर 01:04 तक तत्पश्चात उत्तर फाल्गुनी*
*⛅योग – वरीयान प्रातः 04:09 जुलाई 12 तक तत्पश्चात परिघ*
*⛅राहु काल – दोपहर 02:06 से शाम 03:49 तक*
*⛅सूर्योदय – 05:25*
*⛅सूर्यास्त – 07:21*
*⛅दिशा शूल – दक्षिण दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:37 से 05:19 तक*
*⛅ अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:18 से दोपहर 01:12*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:24 जुलाई 12 से रात्रि 01:06 जुलाई 12 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण – संत टेऊँराम जयंती, स्कन्द षष्ठी*
*⛅विशेष – पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है और षष्ठी को नीम-भक्षण (पत्ती-फल खाने या दातुन मुंह में डालने) से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹गर्भ की रक्षा 🔹*
*🔸चांदी की कटोरी में दही जमाकर खाने से गर्भपात नहीं होता ।*
*🔹बार बार बुखार आना 🔹*
*🔸बार-बार बुखार आता हो तो भोजन से पहले २-३ ग्राम अदरक और थोड़ा नींबू खाएं फिर भोजन करें ।*
*CD-आरोग्यता की कुंजियाँ*
*🔹लक्ष्मी कहाँ से चली जाती है ?🔹*
*🔸भगवान श्रीहरि कहते हैं : “जपो अल्पज्ञ भीगे पैर अथवा नग्न होकर सोता है तथा वाचाल की भाँति निरंतर बोलता रहता है, उसके घर से साध्वी लक्ष्मी चली जाती है ।*
*🔸जो व्यक्ति अपने सिर पर तेल लगाकर उसी हाथ से दूसरे के अंग का स्पर्श करता है और अपने किसी अंग को बाजे की तरह बजाता है, उससे रुष्ट होकर लक्ष्मी उसके घर से चली जाती है ।*
*🔸जो व्रत-उपवास नहीं करता, संध्या – वंदन नहीं करता, सदा अपवित्र रहता है तथा भगवदभक्ति से रहित है उसके यहाँ से मेरी प्रिया लक्ष्मी चली जाती है ।’ ( श्रीमद देवी भागवत : ९.४१.४२-४४ )*
*🔹पद्म पुराण के अनुसार मस्तक पर लगाने से बचे हुए तेल को अपने शरीर पर भी लगाना वर्जित है ।*
*🔹मासिक के दिनों में ये सावधानी रहें ।🔹*
*🔸मासिक के दिनों में जो माता..बहन … अपने हाथ से आटा गूंधती है… भोजन बनाती है …. बेटे को, पति को ….परिवार को भोजन बनाके खिलाती है …..वो उनकी बुद्धि को कुंठित करती है । इन से उनकी बुद्धि का विकास रुक जाता है …. डरपोक हो जायेगे ….दब्बू हो जायेंगे । मासिक के दिनों में अपने हाथ से भोजन बनाकर नहीं खिलाना चाहिए । मासिक धर्म में मंदिर में भी नहीं जाना चाहिए …..गुरु के पास भी नहीं जाना चाहिए … और पति को – बच्चों को – पुत्र को स्पर्श नहीं करना चाहिए । अभी वैज्ञानिकों ने प्रयोग किया मासिक धर्मवाली महिलाओं ने शक्कर की फैक्ट्री में काम किया तो शक्कर की Quality पर भी असर पड़ा … वस्तु पर भी असर पड़ता है और व्यक्ति पर भी ।*
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