ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल
*🌞~ वैदिक पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक – 16 जनवरी 2025*
*⛅दिन – गुरुवार*
*⛅विक्रम संवत् – 2081*
*⛅अयन – उत्तरायण*
*⛅ऋतु – शिशिर*
*🌥️ अमांत – 3 गते माघ मास प्रविष्टि*
*🌥️ राष्ट्रीय तिथि – 26 पौष मास*
*⛅मास – माघ*
*⛅पक्ष – कृष्ण*
*⛅तिथि – तृतीया प्रातः 04:06 जनवरी 17 तक, तत्पश्चात चतुर्थी*
*⛅नक्षत्र – अश्लेषा प्रातः 11:16 तक तत्पश्चात मघा*
*⛅योग – आयुष्मान रात्रि 01:06 जनवरी 17 तक तत्पश्चात सौभाग्य*
*⛅राहु काल – दोपहर 01:44 से दोपहर 03:01 तक*
*⛅सूर्योदय – 07:14*
*⛅सूर्यास्त – 05:40*
*⛅दिशा शूल – दक्षिण दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:38 से 06:30 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:28 से दोपहर 01:11 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:23 जनवरी 17 से रात्रि 01:16 जनवरी 17 तक*
*⛅विशेष – तृतीया को परवल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹सायटिका का इलाज🔹*
*🔸 लहसुन की 10 कलियों को 100 ग्राम पानी एवं 100 ग्राम दूध में मिलाकर पकायें । पानी जल जाने पर लहसुन खाकर दूध पीने से सायटिका में लाभ होता है ।*
*🔸निर्गुण्डी के 40 ग्राम हरे पत्ते अथवा 15 ग्राम सूखे पत्ते एवं 5 ग्राम सोंठ को थोड़ा कूटकर 350 ग्राम पानी में उबालें । 60-70 ग्राम पानी शेष रहने पर छानकर सुबह-शाम पीने से सायटिका में लाभ होता है ।*
*🔹अनमोल युक्तियाँ 🔹*
*🔸उत्तम संतान के लिए : घर में देशी गाय की सेवा अच्छा उपाय है ।*
*🔸यम के भय से मुक्ति : शिव पुराण व स्कंद पुराण में कहा गया है कि गौ-सेवा करने और सत्पात्र को गौ-दान करने से यम का भय नहीं रहता ।*
*🔸पाप – ताप से मुक्ति : जब गायें जंगल से चरकर वापस घर को आती है, उस समय को गोधूलि-वेला कहा जाता है । गाय के खुरों से उठनेवाली धूलराशि समस्त पाप–तापों को दूर करनेवाली है ।*
*🔸ग्रहबाधा – निवारण : गायों को नित्य गोग्रास देने तथा सत्पात्र को गौ-दान करने से ग्रहों के अनिष्ट – निवारण में मदद मिलती है ।