
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल

🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️
🌤️ *दिनांक – 14 नवम्बर 2025*
🌤️ *दिन – शुक्रवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2082*
🌤️ *शक संवत – 1947*
🌤️ *अयन – दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु – हेमंत ऋतु*
⛅ *अमांत – 29 गते कार्तिक मास प्रविष्टि*
⛅ *राष्ट्रीय तिथि – 23 कार्तिक मास*
🌤️ *मास – (मार्गशीर्ष)*
🌤️ *पक्ष – कृष्ण*
🌤️ *तिथि – दशमी रात्रि 12:49 तक तत्पश्चात एकादशी*
🌤️ *नक्षत्र – पूर्वाफाल्गुनी रात्रि 09:20 तक तत्पश्चात उत्तरा फाल्गुनी*
🌤️ *योग – वैधृति 15 नवम्बर सुबह 06:26 तक तत्पश्चात विष्कंभ*
🌤️ *राहुकाल – सुबह 10:42 से दोपहर 12:01 तक*
🌤️ *सूर्योदय – 06:40*
🌤️ *सूर्यास्त – 05:20*
👉 *दिशाशूल – पश्चिम दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण -*
💥 *विशेष -*
🕉️~*वैदिक पंचांग* ~🕉️
👉🏻 *कब करें उत्पत्ति एकादशी का व्रत 14 या 15 नवम्बर | उत्पत्ति एकादशी व्रत कथा*!
🌷 *एकादशी व्रत के लाभ* 🌷
➡️ *14 नवम्बर 2025 शुक्रवार को रात्रि 12:49 से 16 नवम्बर, को रात्रि 02:37 तक (यानी 15 नवम्बर को पूरा दिन) एकादशी है।*
💥 *विशेष – 15 नवम्बर, शनिवार को एकादशी का व्रत उपवास रखें ।*
🙏🏻 *एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।*
🙏🏻 *जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं ।इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।*
🙏🏻 *धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।*
🙏🏻 *कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।*
🙏🏻 *परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है । पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ ।भगवान शिवजी ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।*
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️
🌷 *एकादशी के दिन करने योग्य* 🌷
🙏🏻 *एकादशी को दिया जला के विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें… विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l*
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️
🌷 *एकादशी के दिन ये सावधानी रहे* 🌷
🙏🏻 *महीने में १५-१५ दिन में एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के दिन जो चावल खाता है… तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है…*
*🚩 जय हो मात श्री धोली सती दादीजी की🚩*
🕉️ *~ वैदिक पंचाग ~* 🕉️
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