
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल

*🌞~ वैदिक पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक – 22 जुलाई 2025*
*⛅दिन – मंगलवार*
*⛅विक्रम संवत् – 2082*
*⛅अयन – दक्षिणायण*
*⛅ऋतु – वर्षा*
*⛈️ अमांत – 7 गते श्रावण मास प्रविष्टि*
*⛈️ राष्ट्रीय तिथि – 31 आषाढ़ मास*
*⛅मास – श्रावण*
*⛅पक्ष – कृष्ण*
*⛅तिथि – द्वादशी प्रातः 07:05 तक तत्पश्चात् त्रयोदशी प्रातः 04:39 जुलाई 23 तक, तत्पश्चात् चतुर्दशी*
*⛅नक्षत्र – मृगशिरा शाम 07:24 तक तत्पश्चात् आर्द्रा*
*⛅योग – ध्रुव दोपहर 03:32 तक तत्पश्चात् व्याघात*
*⛅राहुकाल – शाम 03:48 से शाम 05:30 तक*
*⛅सूर्योदय – 05:30*
*⛅सूर्यास्त – 07:17*
*⛅दिशा शूल – पश्चिम दिशा में*
*⛅ब्रह्ममुहूर्त – प्रातः 04:41 से प्रातः 05:23 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:19 से दोपहर 01:13 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:25 जुलाई 23 से रात्रि 01:08 जुलाई 23 तक*
*⛅️व्रत पर्व विवरण – भौम प्रदोष व्रत*
*⛅विशेष – त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंड: 27.29-34)*
*🔹वर्षा ऋतु का खास प्रयोग🔹*
*🔸 ५०० ग्राम हरड़ चूर्ण व ५० ग्राम सेंधा नमक का मिश्रण बना लें । (उसमें १२५ ग्राम सोंठ भी मिला सकते हैं ।) २-४ ग्राम यह मिश्रण दिन में १-२ बार लेने से ‘रसायन’ के लाभ प्राप्त होते हैं ।*
*🔸 नागरमोथा, बड़ी हरड़ और सोंठ तीनों को समान मात्रा में लेकर बारीक पीस के चूर्ण बना लें । इस चूर्ण से दुगनी मात्रा में गुड़ मिलाकर बेर समान गोलियाँ बना लें । दिन में ४-५ बार १-१ गोली चूसने से कफयुक्त खाँसी में राहत मिलती है ।*
*🔸 १ से ३ लौंग भूनकर तुलसी पत्तों के साथ चबाकर खाने से सभी प्रकार की खाँसी में लाभ होता है ।*
*🔸 वर्षा ऋतु में दमे के रोगियों की साँस फूले तो १०-२० ग्राम तिल के तेल को गर्म करके पीने से राहत मिलती है । ऊपर से गर्म पानी पियें ।*
*🔸 भोजन के पूर्व नींबू और अदरक के रस में सेंधा नमक डालकर पीने से मंदाग्नि व अजीर्ण में लाभ होता है ।*
*🔸 कब्ज की तकलीफ होने पर रात में त्रिफला चूर्ण लें । रात का रखा हुआ आधा से एक लीटर पानी सुबह बासी मुँह पीने से कब्ज का नाश होता है ।*
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