
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल

? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
?️ *दिनांक – 11 सितम्बर 2024*
?️ *दिन – बुधवार*
?️ *विक्रम संवत – 2081 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2080)*
?️ *शक संवत -1946*
?️ *अयन – दक्षिणायन*
?️ *ऋतु – शरद ॠतु*
?️ *अमांत – 27 गते भाद्रपद मास प्रविष्टि*
?️ *राष्ट्रीय तिथि – 20 भाद्रपद मास*
?️ *मास – भाद्रपद*
?️ *पक्ष – शुक्ल*
?️ *तिथि – अष्टमी रात्रि 11:46 तक तत्पश्चात नवमी*
?️ *नक्षत्र – ज्येष्ठा रात्रि 09:22 तक तत्पश्चात मूल*
?️ *योग – प्रीति रात्रि 11:55 तक तत्पश्चात आयुष्मान*
?️ *राहुकाल – दोपहर 12:13 से दोपहर 01:46 तक*
?️ *सूर्योदय -06:00*
?️ *सूर्यास्त- 18:27*
? *दिशाशूल – उत्तर दिशा मे*
? *व्रत पर्व विवरण – श्रीराधा अष्टमी,महालक्ष्मी व्रत आरंभ,गौरी पूजन,बुधवारी अष्टमी (सूर्योदय से रात्रि 11:46 तक*
? *विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
? *कैसा भी बिखरा हुआ जीवन हो, सँवर जायेगा* ?
?? *अगर अशांति मिटानी है तो दोनों नथुनों से श्वास लें और ‘ॐ शान्ति:…… शान्ति:’ जप करें और फिर फूँक मार के अशांति को, बाहर फेंक दें | जब तारे नहीं दिखते हों, चन्द्रमा नहीं दिखता हो और सूरज अभी आनेवाले हों तो वह समय मंत्रसिद्धि योग का है, मनोकामना-सिद्धि योग का है |*
?? *इस काल में किया हुआ यह प्रयोग अशांति को भगाने में बड़ी मदद देगा | अगर निरोगता प्राप्त करनी है तो आरोग्यता के भाव से श्वास भरें और आरोग्य का मंत्र ‘नासै रोग हरै सब पीरा | जपत निरंतर हनुमत बीरा ||’ जपकर ‘रोग गया’ ऐसा भाव करके फूँक मारें | ऐसा 10 बार करें | कैसा भी रोगी, कैसा भी अशांत और कैसा भी बिखरा हुआ जीवन हो, सँवर जायेगा |*
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? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
? *मनोकामनापूर्ति योग* ?
?? *देवी भागवत में व्यास भगवान ने बताया है…. भाद्रपद मास, शुक्ल नवमी तिथि हो ….. उस दिन अगर कोई जगदंबाजी का पूजन करता है, तो उसकी मनोकामनायें पूर्ण होती है , और जिंदगी जब तक उसकी रहेगी वो सुखी और संपन्न रहेगा | इस दिन ए मंत्र का जप करें……*
? *ॐ अम्बिकाय नम :*
? *ॐ श्रीं नम :*
? *ॐ ह्रीं नम:*
? *ॐ पार्वेत्येय नम :*
? *ॐ गौराये नम :*
? *ॐ शंकरप्रियाय नम :*
?? *थोड़ी देर तक बैठकर जप करना | और जिसको धन धान्य है, वो माँ से कहना मेरी गुरुचरणों में श्रध्दा बढे, भक्ति बढे (ये भी एक संपत्ति है साधक की) मेरी निष्ठा बढे मेरी उपासना बढे |*
? *विशेष – 12 सितम्बर 2024 गुरुवार को भाद्रपद मास, शुक्ल नवमी तिथि है ।*
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? *~ वैदिक पंचांग ~* ?पंचक
सितंबर में पंचक का समय
पंचांग के अनुसार, पंचक का आरंभ सोमवार, 16 सितंबर के प्रातः के 05 बजकर 45 मिनट पर हो रहा है। जो गुरुवार, 19 सितंबर सुबह को 08 बजकर 05 मिनिट तक रहने वाले हैं। ऐसे में 16 से 19 तक पंचक रहने वाले हैं।
एकादशी
पद्मा एकादशी (भाद्रपद शुक्ल) 14 सितंबर 2024
इंदिरा एकादशी (अश्विन कृष्ण) 28 सितंबर 2024
प्रदोष
15 सितंबर 2024 रविवार, रवि प्रदोष व्रत (शुक्ल)
29 सितंबर 2024 रविवार, रवि प्रदोष व्रत (कृष्ण)
2 सितंबर 2024 ( सोमवार ) – भाद्रपद अमावस्या ( कृष्ण पक्ष)
शुभ मुहूर्त : सितंबर महीने में अमावस्या तिथि की शुरुआत 2 सितंबर को सुबह 5 बजकर 21 मिनट पर होगी और 3 सितंबर को सुबह 7 बजकर 24 मिनट तक रहेगी।
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