ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल
🌞 *~ वैदिक पंचाग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 20 जून 2024*
🌤️ *दिन – गुरूवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2081 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2080)*
🌤️ *शक संवत -1946*
🌤️ *अयन – उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु – ग्रीष्म ॠतु*
🌤️ *अमांत – 6 गते aashad मास प्रविष्टि*
🌤️ *राष्ट्रीय तिथि – 29 वैशाख मास*
🌤️ *मास – ज्येष्ठ*
🌤️ *पक्ष – शुक्ल*
🌤️ *तिथि – त्रयोदशी सुबह 07:49 तक तत्पश्चात चतुर्दशी*
🌤️ *नक्षत्र – अनुराधा शाम 06:10 तक तत्पश्चात ज्येष्ठा*
🌤️ *योग – साध्य रात्रि 08:13 तक तत्पश्चात शूभ*
🌤️ *राहुकाल – दोपहर 02:03 से शाम 03:47 तक*
🌞 *सूर्योदय- 05:17*
🌤️ *सूर्यास्त- 19:21*
👉 *दिशाशूल – दक्षिण दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण – प्रदोष व्रत*
💥 *विशेष – त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *अनिद्रा से छुटकारा* 🌷
👌🏻 *१० मिनट विधिवत श्वासन करने से या जीभ के अग्रभाग को दाँतो से थोडा दबाकर १० मिनट तक ज्ञान मुद्रा लगा के बैठने से शारीरिक – मानसिक तनाव व अनिद्रा आदि की बीमारी दूर होती है |*
🌞 ~ *वैदिक पंचांग* ~ 🌞
🌷 *वर्षा ऋतु विशेष* 🌷
☔ *21 जून से वर्षा ऋतु प्रारंभ हो रही है | इसे शास्त्रीय भाषा में आदानकाल बोलते है | जठराग्नि दुर्बल होती है | वायु, गैस की तकलीफें उभरती हैं | पित्त संचित होता है | अगर सावधान नहीं रहें तो पित्त व वात मिलकर हार्ट अटैक बना सकता है | इस आदानकाल में कब्जियत न रहे इसका ध्यान रखना चाहिए |*
☔ *करने योग्य* ☔
✅ *१) पेट साफ़ रहे इसके लिए हरड़ रसायन २ -२ गोली खाना | हरड रसायन , रसायन से बना हुआ टोनिक है । दिनभर खाया हुआ टोनिक बन जायेगा |*
✅ *२) शुद्ध वातावरण व शुद्ध जल का सेवन करना |*
✅ *३) मधुर भोजन, चिकनाईवाला, शरीर को बल देनेवाला भोजन करना चाहिये और दोपहर के भोजन में नींबू, अदरक, सैंधा नमक, लौकी, मैथी, खीरा, तुरई आदि खाने चाहिए |*
✅ *४) वर्षाऋतु में पानी गरम करके पियें अथवा तो पानी की शुद्धता का ध्यान रखें |*
✅ *५) वायुप्रकोप से जोडों में दर्द बनने की संभावना है और बुढ़ापे में लकवा मारने की संभावना बढ़ जाती है | भोजन में लहसुन की छौंक लकवे से फाईट करता है |*
✅ *६) चर्मरोग, रक्तविकार आदि बिमारियों की इस ऋतु में संभावना बढ़ जाती है | नींबू, अदरक, गाजर, खीरा स्वास्थ्यप्रद रहेगा |*
✅ *७) सूर्यकिरण स्नान सभी ऋतुओं में स्वास्थ्य के लिए हितकारक है |*
✅ *८) अश्विनी मुद्रा- श्वांस रोककर योनि संकोच लेना और मन में भगवान का जप करना इस सीज़न की बीमारियों को भगाने की एक सुंदर युक्ति है |*
☔ *न करने योग्य* ☔
❌ *१) गरम, तले हुए, रूखे, बासी, डबल रोटी, आटा लगा हुआ बिस्किट आदि स्वास्थय के लिए इस सीज़न में हितकर नहीं है । फास्ट फ़ूड से बचना चाहिए |*
❌ *२) देर रात बारिश के सीज़न में न जागें |*
❌ *३) अधिक श्रम, अधिक व्यायाम न करें |*
❌ *४) खुले आकाश में सोना खतरे से खाली नहीं है ।*
❌ *५) ज्यादा देर तक शरीर भीगा हुआ न रखें | सिर गिला हो तो तुरंत पोछ लें।*
❌ *६) भीगे शरीर न सोयें और रात्रि को स्नान न करें | मासिक धर्म आये तो तुरंत स्नान करके सूखे कपडे से अपने को पींछ लें |*