ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 01 मार्च 2024*
🌤️ *दिन – शुक्रवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2080*
🌤️ *शक संवत -1945*
🌤️ *अयन – उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु – वसंत ॠतु*
🌤️ *अमांत – 18 गते फाल्गुन मास प्रविष्टि*
🌤️ *राष्ट्रीय तिथि – 11 माघ मास*
🌤️ *मास – फाल्गुन (गुजरात और महाराष्ट्र अनुसार माघ)*
🌤️ *पक्ष – कृष्ण*
🌤️ *तिथि – षष्ठी पूर्ण रात्रि तक*
🌤️ *नक्षत्र – स्वाती दोपहर 12:48 तक तत्पश्चात विशाखा**
🌤️ *योग – ध्रुव शाम 06:15 तक तत्पश्चात व्याघात*
🌤️ *राहुकाल – सुबह 11:04 से दोपहर 12:29 तक*
🌞 *सूर्योदय – 06:43*
🌤️ *सूर्यास्त- 18:17*
👉 *दिशाशूल – पश्चिम दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण – षष्ठी वृद्धि तिथि*
💥 *विशेष – षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *अनिद्रा के रोग में* 🌷
🍉 *३ ग्राम तरबूज के सफ़ेद बीज पीसके उसमें ३ ग्राम खसखस पीस के सुबह अथवा शाम को १ हफ्ते तक खाएं ।*
🍸 *६ ग्राम खसखस २५० ग्राम पानी में पीस के छान लें और उसमें २०-२५ ग्राम मिश्री मिलाकर सुबह या शाम पियें ।*
🍎 *मीठे सेब का मुरब्बा खाएं ।*
🍼 *रात को दूध पियें ।*
🙏🏻 *रात को सोते समय ॐ का लम्बा उच्चारण १५ मिनट तक करें ।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *क्रोधी व्यक्ति के लिए* 🌷
😬 *जिन्हें गुस्सा आता हो, वे सुबह २ मीठे सेब खूब चबा -चबा कर खाएं ।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *पत्तल में भोजन के लाभ* 🌷
🍝 *पलाश के पत्तल में भोजन करने से स्वर्ण के बर्तन में भोजन करने का पुण्य व आरोग्य मिलता है ।*
🍌 *केले के पत्तल में भोजन करने से चांदी के बर्तन में भोजन करने का पुण्य व आरोग्य मिलता है ।