
पहाड़ का सच देहरादून।
स्मार्ट मीटर पर भाजपा और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। एक दूसरे पर वार-पलटवार का सिलसिला जारी है। जहां किच्छा के कांग्रेस विधायक ने स्मार्ट मीटर सड़क पर तोड़कर अपने विरोध का इजहार किया तो कांग्रेस के कई नेता उनके समर्थन में उतर आए।
जवाब में बुधवार को भाजपा ने भी कांग्रेस पर पलटवार कर दिया। पार्टी ने कहा कि कांग्रेस स्मार्ट मीटर विरोधी रवैया बिजली चोरी रोकने में बाधक बन रहा है। जबकि हिमाचल सहित कांग्रेस शासित राज्यों में भी स्मार्ट बिजली मीटर लगे हैं।
पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि स्मार्ट मीटर उपभोक्ता और प्रदेश दोनों की आर्थिकी के लिए जरूरी है। उन्होंने विपक्ष के आरोपों को भ्रामक दुष्प्रचार से प्रेरित करार दिया। कहा, स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को बिजली खपत से जुड़ी सूचनाओं की ऑनलाइन उपलब्धता, पल-पल के बिजली के उपयोग की जानकारी, सभी जरूरी सूचनाओं के संदेश, बिजली के उपयोग की तुलना आदि सहित आसानी से भुगतान के कई विकल्प मिलेंगे। देश भर में लगभग 20 करोड़ स्मार्ट मीटर लगाया जाना स्वीकृत किया गया है और 55 लाख से अधिक स्मार्ट कनेक्शन लगाए जा चुके हैं।
वहीं प्रीपेड मीटर के मामले में किच्छा विधायक बेहड़ के समर्थन में उतरे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि प्रीपेड मीटर उत्तराखंड में किसी भी रूप में मुफीद नहीं है । इसकी आड़ में बिजली की कीमतें बढ़ाई जाएंगी। हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यही तेवर विपक्ष को सत्ता में लाते हैं। प्रीपेड मीटर उत्तराखंड की जनता का बोझ बढ़ायेगा और शोषण करेगा। जेल जाओगे तो मुझे भी याद करना। मैं भी तीर्थ यात्रा करना चाहूंगा।
