पहाड़ का सच,रुद्रप्रयाग
जनपद रुद्रप्रयाग में स्थित श्रद्धालुओं की अपार श्रद्धा, भक्ति का प्रतीक श्री केदारनाथ ज्योतिर्लिंग भोलेनाथ महाकाल शिव के 12 जाग्रत स्वरुपों में से एक है, जो स्वंय में गहरे अध्यात्म को समेटे हुए है। प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां दर्शन करके पुण्य के भागी बनते हैं। इस वर्ष भी दिनांक 10.05.2024 से कपाट खुलने के उपरान्त से ही भारी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन श्री केदारनाथ धाम में हो रहा है। केदारनाथ धाम तकरीबन 18 कि0मी0 की दूरी पर स्थित है,गौरीकुण्ड से यहां तक पहुंचने हेतु श्रद्धालु पैदल, घोड़ा-खच्चर या डण्डी-कण्डी की सहायता लेते हैं। इतने लम्बे ट्रैक पर चलते हुए श्रद्धालु या उनके परिजन आपस में बिछड़ जाते हैं। किसी नये व भौगोलिक परिस्थिति से विषम स्थान पर बिछड़ जाने की दशा में श्रद्धालुओ को काफी समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा यात्रा में बिछड़े परिवारों व श्रद्धालुओ को मिलवाने हेतु ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसके तहत न केवल भटके बिछड़े लोगों को आपस में मिलवाया जा रहा है, अपितु श्रद्धालुओं की खोई हुई सामग्री को ढूंढकर भी उनको वापस कराया जा रहा है। श्री केदारनाथ धाम सहित सम्पूर्ण यात्रा मार्गों पर जनपद पुलिस के स्तर से ‘‘ऑपरेशन मुस्कान‘‘ के तहत श्रद्धालुओं की निरन्तर मदद की जा रही है।
मां-पिता से बिछड़े बच्चे पुलिस सहायता से मिल पाये
झांसी से श्री केदारनाथ धाम दर्शन हेतु आये श्रद्धालु जिन्होंने अपने दो बच्चों के लिए गौरीकुण्ड से कण्डी बुक की थी, पैदल रास्ते की दूरी अत्यधिक होने के कारण वे रास्ते में बिछड़ गये। केदारनाथ धाम पहुंचने पर भी माता-पिता अपने बच्चों से नहीं मिल पाये। अपने स्तर से काफी खोजबीन करने के पश्चात भी वे अपने बच्चों को नहीं ढूंढ पाए, तब उनके द्वारा पुलिस की सहायता ली गई। पुलिस द्वारा अपने अथक प्रयासों से खोया-पाया केन्द्र से सम्पर्क कर, तथा व्हट्सएप ग्रुप के माध्यम से भी सूचना सभी पुलिस कर्मियों को देकर सभी को अलर्ट किया गया। अथक प्रयासों के उपरान्त बाद रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा बच्चों को सकुशल ढूंढकर माता-पिता के सुपुर्द किया गया। जहां पर अपने बच्चों को पाकर माता-पिता अत्यधिक खुश हुए। अपने बच्चे को सकुशल वापस पाकर उनके द्वारा पुलिस का कोटि-कोटि आभार प्रकट किया गया है।
एक दम्पति परेशान और बदहवास होकर चारों ओर ढूँढ खोज कर रहे थे। तभी मन्दिर परिसर में तैनात एसडीआरएफ के जवान की नजर उन पर पड़ी, उनके द्वारा पास जाकर उनसे परेशानी का कारण पूछा तो दम्पति ने बताया की उनकी बच्ची उनसे कहीं बिछुड़ गयी है, और काफी ढूँढखोज करने के बाद भी नहीं मिल रही है। एसडीआरएफ जवान द्वारा इस सम्बन्ध में अनाउंसमेंट कराते हुए सभी को अलर्ट किया व स्वयं मन्दिर परिसर एवं आसपास पूछताछ की तो कुछ समय पश्चात उनके द्वारा काफी प्रयासों के बाद अबोध बच्ची को ढूँढकर सकुशल उसके माता-पिता के सुपुर्द किया गया। बच्चे को सकुशल देखते ही माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं रहा तथा वे सहृदय धन्यवाद करते हुए विदा हुए
परिजनों से बिछड़ी बुजुर्ग महिला को मिलवाया
केदारनाथ धाम यात्रा पर आयी श्रद्धालु जो परिजनों से बिछड़ गयी थी, रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा इन्हें अपने अथक प्रयासों के बाद परिजनों से मिलाया गया। पुलिस के इस व्यवहार से उक्त श्रद्धालु गदगद होकर आशीर्वाद देकर अपने गन्तव्य को रवाना हुई। 65 वर्षीय वृद्ध श्रद्धालु नरेन्द्र गुप्ता जो श्री केदारनाथ धाम की भौगोलिक परिस्थितियों के कारण अपने परिजनों से बिछड़ गये थे। तथा धाम में नेटवर्क की समस्या होने के कारण परिजनों से किसी भी प्रकार से सम्पर्क नहीं हो पा रहा था। उनके द्वारा पुलिस से सहायता लेने पर पुलिस के जवानों द्वारा अपने प्रयासों के माध्यम से श्रद्धालु को सकुशल ढ़ूंढकर परिजनों के सुपुर्द किया गया। जिससे श्रद्धालु तथा परिजनों ने रुद्रप्रयाग पुलिस का आभार प्रकट किया गया।
केदारनाथ धाम यात्रा पर आयी श्रद्धालु ऊषा देवी जो कि अपने परिजनों से केदारनाथ धाम में बिछड़ गयी थी, जिनको एसडीआरएफ पुलिस द्वारा काफी प्रयास करने के उपरान्त परिजनों से मिलवाया गया।
खोया पर्स, बैग, मोबाइल ढूंढकर वापस किये गये
श्री केदारनाथ धाम में आये हुए श्रद्धालु जिनका बैग धाम में कहीं गुम हो गया था। अपने स्तर से काफी खोजबीन करने पर भी जब बैग नहीं मिल पाया, तो उनके द्वारा पुलिस को इसकी सूचना दी गई। जिस पर रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा तत्परता दिखाते हुए इसकी सूचना पुलिस के सभी व्हट्सएप ग्रुपों में प्रसारित करते हुए खोया पाया केन्द्रों से सम्पर्क कर अथक प्रयासों से खोया हुआ बैग ढूंढकर सकुशल श्रद्धालु को लौटाया गया। श्रद्धालु अपना खोया हुआ बैग जिसकी मिलने की उम्मीद वे खो चुके थे, उसको वापस पाकर खुशी से गदगद हो गये। उनके द्वारा रुद्रप्रयाग पुलिस का हार्दिक आभार प्रकट किया गया।
श्री केदारनाथ धाम में आये हुए श्रद्धालु जिनका पर्स धाम में कहीं गुम हो गया था। अपने स्तर से काफी खोजबीन करने पर भी जब पर्स नहीं मिल पाया, तो उनके द्वारा पुलिस को इसकी सूचना दी गई। जिस पर रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा तत्परता दिखाते हुए इसकी सूचना पुलिस के सभी व्हट्सएप ग्रुपों में प्रसारित करते हुए खोया पाया केन्द्रों से सम्पर्क कर अथक प्रयासों से खोया हुआ पर्स ढूंढकर सकुशल श्रद्धालु को लौटाया गया। श्रद्धालु अपना खोया हुआ पर्स जिसकी मिलने की उम्मीद वे खो चुके थे, उसको वापस पाकर खुशी से गदगद हो गये। उनके द्वारा रुद्रप्रयाग पुलिस का हार्दिक आभार प्रकट किया गया।
श्री केदारनाथ धाम में आये श्रद्धालु का बैग जिसमें पैसें, जरूरी कागजाद तथा मोबाइल फोन था। मन्दिर परिसर में कहीं खो गया था। मन्दिर परिसर में ड्यूटी में ही तैनात पुलिस के जवान को जब यह बैग मिला, तो उनके द्वारा बैग के स्वामी की काफी ढ़ूंढखोज करने के उपरान्त खोया पाया केन्द्र से अनाउंसमेन्ट कराकर बैग के स्वामी को ढूंढा गया तथा श्रद्धालु को उनका बैग सकुशल वापस लौटाया गया। पुलिस की इस ईमानदारी तथा मानवता भरे कार्य को देखकर श्रद्धालु खुशी से गदगद हो गये तथा इस सराहनीय कार्य के लिए उनके द्वारा रुद्रप्रयाग पुलिस का कोटि-कोटि धन्यवाद ज्ञापित किया गया।श्री केदारनाथ धाम आए श्रद्धालु का मोबाइल फोन खो गया था। जिसकी सूचना उनके द्वारा पुलिस को दी गयी।
रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा अथक प्रयासों से मोबाइल फोन को सकुशल ढूंढकर श्रद्धालु को लौटाया गया। मोबाइल स्वामी द्वारा रुद्रप्रयाग पुलिस के ऑपरेशन मुस्कान की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया गया
बीमार श्रद्धालु को स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया
प्रचलित केदारनाथ धाम यात्रा में जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस तथा एसडीआरएफ सहित सभी सहायक बल होमगार्ड, पीआरडी द्वारा भी केदारनाथ धाम पहुंचे श्रद्धालुओं की मदद कर जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस की ‘‘ऑपरेशन मुस्कान‘‘ को सफल बनाया जा रहा है। केदारनाथ धाम यात्रा पर आये श्रद्धालु जिनका अचानक स्वास्थ्य अत्यधिक खराब हो गया। एसडीआरएफ, होमगार्ड्स तथा पीआरडी जवानों ने आपसी तालमेल के साथ श्रद्धालु को नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र तक पहुँचाया गया। जहाँ से चिकित्सकों द्वारा उनको हायर सेन्टर रेफर किया गया।