
पहाड़ का सच/एजेंसी
चंडीगढ़। पटियाला की केंद्रीय जेल में एक साल की सजा काट रहे कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू कल 1 अप्रैल को जेल से रिहा होंगे. उनके रिहा होने की पुष्टि कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने भी की है। यह जानकारी उनके आधिकारिक ट्विटर हैंडल से दी गई है। उनकी रिहाई ऐसे समय में हो रही है जब जालंधर उपचुनाव घोषित हो चुके हैं। कांग्रेस नेताओं को सिद्धू के जेल से बाहर आने पर पार्टी में नई ऊर्जा और संचार पैदा होने की उम्मीद है।

आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई पर कांग्रेस की नजरें टिकी हुई हैं। इस बीच सिद्धू की रिहाई को लेकर पंजाब में सियासी माहौल गरमाने की संभावना है। पूर्व विधायक और नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू जो कैंसर से जूझ रही हैं और वह अपने पति का जेल से बाहर आने का इंतजार कर रही हैं।
20 मई, 2022 को पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सिद्धू को 1988 के रोड रेज मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद जेल भेज दिया गया था। पहले यह बताया गया था कि सिद्धू को सभी दोषियों के लिए उपलब्ध सामान्य छूट के आधार पर जल्दी रिहाई मिल सकती है।
सिद्धू और 51 अन्य कैदियों की जल्द रिहाई के लिए फाइल, जो “आजादी का अमृत महोत्सव” की योजना के तहत रिहाई के लिए पात्र थे, जनवरी में जेल विभाग द्वारा दायर की गई थी, लेकिन पंजाब सरकार ने कोई राहत नहीं दी थी।
अब उन्हें 45 दिन की छूट मिलने पर एक अप्रैल को रिहा कर दिया जाएगा। जेल से उनकी रिहाई 16 मई को होनी थी। जेल अधिकारियों के मुताबिक सिद्धू को उनके अच्छे आचरण के कारण 1 अप्रैल को जल्द रिहाई मिल जाएगी। कुछ दिन पहले नवजोत सिद्धू की पत्नी ने ट्वीट कर अपने कैंसर का पता चलने और ऑपरेशन होने की जानकारी दी थी।
