– जनपद में पर्यटन व ईको टूरिज्म को विकसित किया जाएगा।
पहाड़ का सच,बागेश्वर
जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने जल जीवन मिशन के कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि आगामी मार्च में योजना का समय समाप्त होने वाला है, इसलिए कार्यदायी संस्थाएं मिशन मोड में कार्य करते हुए योजनाओं को फरवरी माह तक पूर्ण करना सुनिश्चित करें ।
कलेक्टेªट सभागार मैं बैठक लेते हुए जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन के फेज-वन व टू में पूर्ण कार्यो का तुरंत थर्ड पार्टी से निरीक्षण कराते हुए एमबी कर शीघ्र भुगतान कराने के निर्देश अभियंताओं को दिए।
बताते चले कि जल जीवन मिशन में जल निगम द्वारा 140 योजनाओं के सापेक्ष 68 कार्य पूर्ण कर लिए गए है। इसी तरह जल संस्थान द्वारा 168 पेयजल योजना के कार्य किए जा रहे है, जिसमें से 51 कार्य पूर्ण कर लिए गए है। वहीं सिंचाई विभाग द्वारा 112 योजना कार्यो के सापेक्ष 30 कार्य पूर्ण कर लिए गए है। इस तरह जनपद में कुल जल जीवन मिशन के 420 योजना कार्यो में से 149 कार्य पूर्ण किए जा चुके है, जबकि 271 कार्य प्रगति पर है। जिलाधिकारी ने सभी अभियंताओं को निर्देश दिए कि वे मिशन मोड पर कार्यो में प्रगति लाते हुए निर्धारित समयान्तर्गत पूर्ण करना सुनिष्चित करें। साथ ही उन्होंने प्रत्येक पाक्षिक में प्रगति सूचना भी उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।
जिलाधिकारी ने जनपद में पर्यटन के साथ ही ईको टूरिज्म पर को बढावा देने के लिए योजनाओं की डीपीआर प्रस्तुत करने के निदेश प्रभागीय वनाधिकारी व जिला पर्यटन विकास अधिकारी को दिए। उन्होंने लीती, सूपी व सुनारगांव को पर्यटन विलेज के रूप मैं विकसित करते हुए इन ग्रामों से लगे ट्रेक रूट, पहुंच पैदल मार्ग, मंदिर, जोगाबाडी गुफा सौन्दर्यकरण व गोगिना वाॅटर फाॅल व्यू प्वाइंट के साथ ही सरमूल, भद्रतुंगा मंदिर तक लिंक रूट की डीपीआर भी शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए, ताकि प्राकृतिक पर्यटन हेतु अधिक से अधिक पर्यटकों की आमद हो सके।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, प्रभागीय वनाधिकारी उमेश तिवारी, जिला उद्यान अधिकारी आरके सिंह, अधि.अभि. जल संस्थान सीएस देवडी, जल निगम वीके रवि, सिंचाई जेएस बिष्ट, पीएमजीएसवाई वृजेंद्र कुमार, अमेंद्र रावत, जिला पर्यटन अधिकारी पीके गौतम आदि मौजूद थे।