
पहाड़ का सच/एजेंसी
गुजरात। गुजरात में नाबालिग लड़कियों से जुड़े मानव तस्करी रैकेट मामले में हैरान कर देने वाला खुलासा सामने आया है। पुलिस की जांच-पड़ताल में पता चला है कि बरामद की गई लड़कियों में से एक लड़की को पिछले 18 वर्षों में शादी के लिए 15 पुरुषों को बेच दिया गया था, जिनकी उम्र 30-45 साल के बीच थी। पुलिस के मुताबिक गैंग कथित तौर पर लड़कियों के दो लाख रुपये से लेकर ढाई लाख रुपये के बीच बेचते थे। अनुमान लगाया जा रहा है कि पीड़ितों की संख्या 8 से भी अधिक हो सकती है।
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि लड़कियों में से 13 साल की एक लड़की को पिछले 8 वर्षों में 15 पुरुषों को दुल्हन के तौर पर बेच दिया गया था। रैकेट के कथित मास्टरमाइंड अशोक पटेल ने गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र में उसके सहयोगियों ने बच्ची का इस्तेमाल करते हुए करीब 15 अन्य लड़कियों को उन जगहों से अगवा किया और फिर उन्हें बेच दिया। पुलिस अब उस बच्ची की तलाश कर रही है, जो आरोपी के खिलाफ अपना बयान दर्ज कराने के लिए गिरोह की पहली पीड़ितों में से एक है। रैकेट का खुलासा तब हुआ जब मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों ने पता लगाया कि एक किशोरी 11 मई को अहमदाबाद जिले के कानभा गांव से लापता हो गई थी। इसके बाद 13 मई को गांधीनगर के बोरू गांव से उसको रेस्क्यू किया गया। पुलिस ने मानव तस्करी रैकेट के कथित मास्टरमाइंड अशोक पटेल, उसकी 45 वर्षीय पत्नी रेणुका, उसके 16 वर्षीय बेटे और 34 वर्षीय रूपल मेकवान नाम की महिला के बारे में पता चला, जो शहर के ओधव इलाके के रहने वाले हैं।
पुलिस ने इस दौरान उनके अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया। जिसमें 50 वर्षीय मोती सेनमा, 70 वर्षीय अमरतजी ठाकोर और 34 वर्षीय चेहर सिंह सोलंकी शामिल है। गिरोह द्वारा कथित तौर पर तस्करी की गई नाबालिग लड़कियों में से सात का अभी तक पता नहीं चल पाया है। हालांकि पुलिस का कहना है कि यह संख्या अभी और बढ़ सकती है।
