पहाड़ का सच/एजेंसी
जमुई। किन्नरों द्वारा ट्रेन में महिला का प्रसव कराने की घटना सामने आई है। यह वाकया जसीडीह से ट्रेन खुलने के बाद झाझा स्टेशन पहुंचने के बीच हुआ। बताया जा रहा है कि ट्रेन में पैसे मांगने वाले किन्नर अगर उस बोगी तक नहीं पहुंचते, जिसमें महिला सवार हो यात्रा कर रही थी और प्रसव पीड़ा से परेशान थी, तो उसकी मुसीबत बढ़ सकती थी। लेकिन, किन्नरों के पहुंचने के बाद लेबर पेन से परेशान महिला और उसके पति को मदद मिल गई और किन्नरों ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए महिला की सेफ डिलीवरी करवाई ।
दरअसल, हावड़ा पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस की एक बोगी में गर्भवती महिला अपने पति के साथ यात्रा कर रही थीं। जैसे ही ट्रेन जसीडीह स्टेशन पहुंची तब महिला का प्रसव पीड़ा बढ़ गयी। महिला लेबर पेन से परेशान हो कर कराहने लगी. प्रसव पीड़ा से परेशान महिला की मदद के लिए काफी देर तक कोई आगे नहीं बढ़ा, जबकि उस बोगी में कई महिला यात्री सवार थीं। तभी ट्रेन के सिमुलतला पहुंचते किन्नरों की एक टोली उस बोगी में पहुंची जिसमें महिला प्रसव पीड़ा से कराह रही थी।
पैसे मांगने बोगी में पहुंचे किन्नरों ने जब यह सुना तो दर्द से छटपटाते महिला को मदद करने के लिए बिना समय गवाएं वे आगे बढ़ गए, और महिला को ट्रेन के बोगी के वॉशरूम में ले जाकर प्रसव कराया। प्रसव के बाद महिला और उसका बच्चा दोनों स्वस्थ थे। मिली जानकारी के अनुसार, ट्रेन में सवार जिस महिला का प्रसव के निर्णय कराया वह शेखपुरा की रहने वाली है और अपने पति के साथ हावड़ा से लखीसराय जा रही थी. प्रसव करवाने के बाद सभी किन्नर झाझा स्टेशन पर उतर गए थे।
इस घटना का वीडियो सामने आया है। इसमें यह साफ दिख रहा है कि किन्नरों ने प्रसव के बाद गरीब दंपती को रुपए पैसे देकर भी मदद की। घटना का जो वीडियो सामने आया है, उसमें साफ दिख रहा है कि प्रसव कराने वाली किन्नर ट्रेन की बोगी में बैठे यात्रियों विशेषकर महिलाओं को कोस रही है कि एक महिला किस तरह से दर्द से कराह रही थी और कोई मदद के लिए आगे नहीं बढ़ा। वीडियो में सभी किन्नर बच्चे को यह आशीर्वाद भी दे रहे हैं कि वह पढ़ लिखकर डॉक्टर बने और इस तरह के मुसीबत में फंसे लोगों की जान बचाते हुए उनकी सहायता करें।