पहाड़ का सच/एजेंसी
हमीरपुर. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह विधानसभा क्षेत्र नादौन की गोइस ग्राम पंचायत के खोरड गांव के ग्रामीण आजादी 7 दशक बीत जाने के बाद भी सड़क सुविधा से वंचित हैं. थक हार कर सोमवार को गांव के आधा दर्जन के करीब पूर्व सैनिक अपने मैडल लौटाने के लिए डीसी कार्यालय हमीरपुर में पहुंचे. ऐसा नहीं है कि क्षेत्र के ग्रामीणों ने समस्या के समाधान के लिए प्रयास नहीं किए. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से भी सड़क बनाने की गुहार लगा चुके है. केवल आश्वासनों के सिवाय कुछ नहीं मिला है. इसके अतिरिक्त कई दफा शासन और प्रशासन के समक्ष सड़क निर्माण में पेश आ रही समस्या को रखा गया.
पूर्व में तीन बार हमीरपुर डीसी कार्यालय से समस्या का समाधान का आश्वासन लेकर यह ग्रामीण घर लौटे हैं. सोमवार को पूर्व सैनिक ग्रामीणों के साथ जब वर्तमान डीसी हमीरपुर हेमराज बैरवा से मिलने पहुंचे तो आहत होकर मेडल लौटाने की पेशकश कर डाली. इस गांव में सड़क निर्माण के लिए बजट मंजूर होने के बाद एक बार लेप्स हो गया. दोबारा यहां पर बजट जारी हुआ, लेकिन जिला प्रशासन के तीन दफा आदेश करने के बावजूद सड़क निर्माण अधर में लटका है. ऐसे में प्रशासनिक और अशासकीय व्यवस्था से त्रस्त पूर्व सैनिक अपनी मेडल लौटाने को विवश हो गए. ग्रामीणों का कहना है कि 800 मीटर लंबी प्रस्तावित इस सड़क के न बनने के कारण जब गांव में कोई बीमार होता है तो उसे पीठ पर उठाकर या फिर चारपाई पर संपर्क सड़क तक पहुंचाना पड़ता है.
पूर्व सैनिक की पत्नी अमृत कुमारी ने नम आंखों से अपने स्वर्गीय पति सूबेदार उपदेश वर्मा सहित अन्य पूर्व सैनिकों के मैडल लौटाने की पेशकश की. इस पर डीसी हमीरपुर हेमराज बैरवा ने 2 दिन के भीतर समस्या का समाधान कर सड़क का निर्माण शुरू करवाने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया. अमृत कुमारी ने बताया कि उनके पति स्वर्गीय उपदेश वर्मा ने वर्ष 1962 और 1971 का युद्ध लड़ा है, जिसके चलते उन्हें यह सेना मेडल प्राप्त हुआ था. कारगिल युद्ध लड़ने वाले नायब सूबेदार प्रीतम सिंह सेवानिवृत्त का कहना है कि सड़क निर्माण के गांव के कुछ परिवार बाधा उत्पन्न कर रहे हैं. सरकारी जमीन को अपना बताकर सड़क निर्माण को बाधित किया जा रहा है, जबकि सड़क निर्माण सरकारी जमीन पर प्रस्तावित है. यहां पर एक नहीं, बल्कि कई दफा निशानदेही की गई है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. इसके चलते वह कुछ पूर्व सैनिकों के साथ सेना के मेडल लौटाने के लिए डीसी हमीरपुर कार्यालय पहुंचे हैं.
डीसी हमीरपुर हेमराज बैरवा ने बताया कि यह 800 मीटर लंबी सड़क का निर्माण प्रस्तावित है. यहां पर कोई व्यक्ति सड़क निर्माण में बाधा उत्पन्न कर रहा है यह शिकायत ग्रामीणों ने दी है. इस बाबत दो दिन के भीतर एसडीएम को सड़क निर्माण शुरू करवाने के निर्देश दिए गए हैं. प्रशासन का प्रयास रहेगा कि जल्द से जल्द इस सड़क का निर्माण पूरा हो.