पहाड़ का सच,देहरादून
कांग्रेस पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार द्वारा विपक्षी दल के नेताओं के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों (ईडी, सीबीआई, आईटी, आदि) का लगातार दुरुपयोग किया जा रहा है जिसका कांग्रेस पार्टी विरोध करती है। विपक्षी दल के नेताओं के खिलाफ केन्द्रीय जांच ऐजेंसियों के दुरूपयोग एवं अपने सहयोगी पूंजीपतियों को मोदी सरकार द्वारा संरक्षण दिये जाने के विरोध में अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी द्वारा दिनांक 22 अगस्त, 2024 को देशभर के ईडी कार्यालयों पर विरोध-प्रदर्शन एवं घेराव कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
इसी कार्यक्रम के तहत अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर दिनांक 22 अगस्त 2024 को प्रदेश मुख्यालय देहरादून में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में प्रातः 11ः30 बजे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय, राजीव भवन, 21 राजपुर रोड़ से विशाल प्रदर्शन के साथ क्रास रोड़ स्थित ईडी कार्यालय घेराव कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में पार्टी के सभी विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद, सांसद प्रत्याशी, विधायक प्रत्याशी, जिला, महानगर, ब्लाक, नगर, मंडल अध्यक्ष, अनुषांगिक संगठन, विभाग व प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एवं पदाधिकारी, एआईसीसी, पीसीसी सदस्य एवं प्रदेश पदाधिकारियों सहित बडी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रतिभाग करेंगे।
उपरोक्त जानकारी प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष मथुरादत्त जोशी ने देते हुए बताया कि नई दिल्ली में हुई बैठक में लिये गये निर्णयों के अनुसार दिनांक 22 अगस्त 2024 को राष्ट्रव्यापी आंदोलन किया जायेगा। इस कार्यक्रम के तहत उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय से ईडी कार्यालय तक प्रदर्शन के साथ ईडी कार्यालय का घेराव किया जायेगा।
ज्ञातव्य हो कि नई दिल्ली में 13 अगस्त को राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में हुई एआइसीसी महासचिवों, प्रदेश प्रभारियों एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों की बैठक में पार्टी की भविष्य की रणनीति पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी द्वारा आगामी समय में किये जाने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा रखी रखते हुए संसद में प्रमुख रूप से उठाये जाने वाली तीन मांगों को रखते हुए इन मुद्दों पर पार्टी की रणनीति पर सभी को दिशा-निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडानी महाघोटाले की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (पीएसी) का गठन करने की मांग की जायेगी। क्योंकि इसमें प्रधानमंत्री तथा सरकार पूरी तरह से शामिल हैं और इसमें वित्तीय बाजार नियामक द्वारा भी गंभीर रूप से समझौता किए जाने की जानकारी मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार से यह भी मांग की जाएगी कि राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना कराई जाए तथा भारत के संविधान के प्रति पूरी और सच्ची सम्मान की भावना विशेष रूप से इसके आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय के प्रावधानों के संदर्भ में शाब्दिक और वास्तविक रूप से होनी चाहिए जिसके लिए अगले कुछ हफ्तों में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस देश भर में इन तीनों मुद्दों पर जन आंदोलन अभियान चलाएगी। बैठक में भारत सरकार से बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों पर लक्षित हमलों को रोकने और उन्हें सुरक्षा, सम्मान और सद्भाव का जीवन जीने में सक्षम बनाने के लिए हर संभव कदम उठाने का भी आह्वान किया गया। उन्होंने कहा कि बैठक में वायनाड में दैवीय आपदा से हुए विनाशकारी भूस्खलन त्रासदी पर राहुल गांधी जी की मांग को दोहराया गया।
कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि जिस प्रकार से हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में सेबी और अडानी ग्रुप की मिलीभगत से अरबों रूपये की हेर-फेर सामने आई है उससे देश के आम आदमी जो अपनी खून पसीने की कमाई में से इनकम टैक्स देता है तथा छोटी-छोटी बचत करता है भाजपा सरकार द्वारा अपने मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए उसके हितों पर कुठाराघात किया गया है। कांग्रेस पार्टी इसी मुद्दे को लेकर जनता के बीच जायेगी जिसकी शुरुआत दिनांक 22 अगस्त 2024 को राष्ट्रव्यापी आंदोलन से की जायेगी।