पहाड़ का सच/एजेंसी
सुस्मिता सेन को़ 27 फरवरी को शूटिंग के सेट पर हार्ट अटैक आया था। उन्हें तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया था जहां उनकी एंजियोप्लास्टी हुई। अब उनका इलाज करने वाले डॉक्टर का कहना है सुष्मिता बहुत सही टाइम पर हॉस्पिटल आईं इसलिए बच गईं। डॉक्टर का कहना है कि सुष्मिता पहले से काफी फिट थीं इसलिए उन्हें कम से कम नुकसान हुआ। हालांकि डॉक्टर के मुताबिक, किसी भी व्यक्ति को जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे बॉडी को रिकवर होने का मौका नहीं मिल पाता।
सुष्मिता का इलाज करने वाले कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. राजीव भागवत ने ई टाइम्स से बात करते हुए कहा, ‘सुष्मिता का हाई फिजिकल एक्टिविटी उनके हार्ट को ज्यादा डैमेज करने से बचा ले गया। हालांकि मैं कहूंगा कि वो काफी लकी हैं कि सही समय पर सही जगह पर आ गईं।’ डॉक्टर राजीव के मुताबिक, ‘लाइफस्टाइल को सही करने से हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है। डॉक्टर राजीव ने कहा कि सुष्मिता फिजीकली एक्टिव थीं इसलिए उन्हें कम से कम नुकसान झेलना पड़ा।’
डॉक्टर राजीव ने ये भी कहा, ‘कोई भी एक्सरसाइज सप्ताह में 3 से 4 दिन से ज्यादा नहीं होना चाहिए। बॉडी को एक्सरसाइज से उबरने के लिए भी मौका देना चाहिए। वहीं नींद भी पर्याप्त लेना चाहिए, अगर आप लगातार एक्सरसाइज कर रहे हैं और उसके बाद पर्याप्त नींद भी नहीं ले रहे हैं तो बॉडी के लिए वो बहुत खतरनाक साबित हो सकता है।’
डॉक्टर राजीव के मुताबिक, ‘हमें रात के दो बजे सोने की आदत बदलनी चाहिए। सुबह उठते ही जॉगिंग भी नहीं करनी चाहिए। हम आज कल ऐसी घटनाएं बहुत सुन रहे हैं कि कोई जिम करने गया और एक्सरसाइज करने के दौरान ही उसका निधन हो गया। डॉक्टर राजीव ने कहा, जिम करना कोई फैशन नहीं है। ज्यादा जिम करने से बहुत बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है। जिम जाने से पहले 7 से 8 घंटे की नींद जरूरी है।
हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद सुष्मिता ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर बताया कि उनके हार्ट में 95% ब्लॉकेज था। हालांकि जिम, वर्कआउट और हेल्दी लाइफस्टाइल की वजह से उन्हें रिकवर होने में मदद मिली है।
सुष्मिता कहती हैं कि आजकल बहुत सारे यंग लोगों को हार्ट अटैक आ रहा है। मैं तो उन सभी से कहना चाहती हूं कि सब अपना ख्याल रखें खुद को मॉनिटर करते रहें।