पहाड़ का सच/एजेंसी
चंडीगढ़. हरियाणा के नए सीएम नायब सिंह सैनी ने पहली चुनौती पार कर ली है.सरकार को बहुमत का आंकड़ा हासिल हो गया है. फ्लोर टेस्ट को लेकर बुधवार सुबह 11 बजे विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई और इस दौरान विश्वास प्रस्ताव करीब तीन घंटे तक चर्चा चली. सीएम नायब सैनी ने भी सदन को संबोधित किया. इस दौरान करीब दो बजे विश्वास प्रस्ताव बहुमत के साथ पास हो गया.सदन की कार्यवाही के दौरान विपक्ष ने सीक्रेट वोटिंग की मांग की थी. लेकिन स्पीकर इससे इंकार कर दिया.
बुधवार सुबह 11 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो जेजेपी के 5 विधायकों ने वॉकऑउट कर दिया. इसके बाद कांग्रेस और भाजपा सदस्यों ने विश्वास प्रस्ताव के समर्थन और विरोध में अपने अपने मत रखे. इस दौरान बीच बीच में हंगामा भी होता रहा. सदन में विधायकों ने जहां अपने वक्तव्य रखे. इस दौरान करीब डेढ़ बजे सीएम नायब सैनी का संबोधन शुरू हुआ.
सीएम सैनी ने कहा कि भाजपा में एक आम कार्यकर्ता ही सीएम बन सकता है. नायब सैनी ने पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर की तारीफ की. उन्होंने खट्टर के संबंध में कहा कि राज नहीं फकीर है..यह हरियाणा की तकदीर है. सैनी ने कहा कि विपक्ष का काम है कि उन्हें जो बात अच्छी नहीं लगती, उनका काम है, उन्हें उठाना. लेकिन विपक्ष को गरीब लोगों का आयुष्मान कार्ड का बनना भी अच्छा नहीं लग रहा है. मनोहर लाल जी की सरकार में एक सिस्टम था. अपने भाषण के दौरान सीएम नायब सैनी ने मनोहर लाल की जमकर तारीफ की. सीएम विंडो के जरिये प्रदेश के लोगों को न्याय मिला है.
इससे पहले, मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि मैं पहले भी इस सदन का सदस्य रहा हूं. मुझे तब एक कॉल आई कि मुझे दिल्ली से चुनाव लड़ना है. नेतृत्व के आदेश पर मैं यहां से छोड कर दिल्ली चला गया. अब नेतृत्व में मुझे यहां की जिम्मेदारी दी है. पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने में पला हूं बढ़ा हूं और उनसे मैं बहुत कुछ सीखा है. मैं बहुत साधारण परिवार का लड़का हूं
सीएम ने कहा कि मेरे परिवार में किसी ने चुनाव नहीं लड़ा. मेरे परिवार से कोई व्यक्ति राजनीति में नहीं था. मैं भाजपा का छोटा सा कार्यकर्ता था. भाजपा पार्टी ने मुझे कई पदों पर रखा और आज मुझे मुख्यमंत्री पद पर बैठा दिया. मैं उस परिवार का बच्चा हूं, जो खेत में पशुओं के लिए का चारा काट कर सिर पर रखकर लाते थे. वैसे ही परिवार से मनोहर लाल भी आते हैं. यहां मुख्यमंत्री का बेटा, मुख्यमंत्री नहीं बनता है. बल्कि, भाजपा ने ही एक छोटे से कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री बना दिया है.