पहाड़ का सच/एजेंसी।
प्रयागराज। प्रयागराज की धरती पर 144 साल बाद आयोजित हुए महाकुंभ में भारी भीड़ हो रही है। लोगों का खाली हाथ और पैदल चलना भी मुश्किल है। इस भीड़ मैं एक ऐसी तस्वीर सामने आई, जिसे देखकर दिल को सुकून मिल रहा है। इस तस्वीर में एक महिला अपनी बुजुर्ग सास को पीठ पर लादे भीड़ के साथ संगम की ओर बढ़ती चली जा रही है।
इस महिला का नाम रामकली है जो कि यूपी के फिरोजाबाद की निवासी हैं, उनकी सास की उम्र 85 साल की है। सास ने कुंभ में स्नान करने की इच्छा जताई। बहू और सास ट्रेन से पहुंच गई प्रयागराज, स्टेशन पर काफी भीड़ थी और अम्मा चलने में असमर्थ। बस फिर क्या था बहू ने अपनी सास को पीठ पर बैठाया और आगे बढ़ चली।
करीब पांच किमी से बिना रूके और बिना थके मेला परिसर पहुंची इस महिला के चेहरे पर कोई शिकन तक नहीं है। उसके चेहरे की मुस्कराहट यह बता रही है कि वह अपनी सास को महाकुंभ स्नान कराकर बहुत बड़ा पुण्य अर्जित करने वाली है। सोशल मीडिया पर लोग इस बहू की खूब सराहना करते नजर आ रहे हैं। इस महिला के मुताबिक उसकी सास ने महाकुंभ में स्नान की इच्छा जताई थी, लेकिन इतनी भीड़ होने की खबरों से हिम्मत नहीं पड़ रही थी। बावजूद इसके उसने ठान लिया कि वह हर हाल में अपनी सास की इच्छा को पूरी करेगी। वह रेल से प्रयागराज आ तो गई, लेकिन यहां पता चला कि कम से कम 8 किमी पैदल चलना है। यह जानकर भी उसने हिम्मत नहीं हारी और सास को पीठ पर लादकर महाकुंभ पहुंच गईं। सोशल मीडिया में वायरल हो रही इस तस्वीर को महाकुंभ 2025 की सबसे अलौकिक, खूबसूरत तस्वीर का टैग दिया जा रहा है। इस तस्वीर को लोग सास बहू के बीच शानदार केमेस्ट्री भी बता रहे हैं।
लोग सोसल मीडिया मैं तर्क दे रहे हैं कि आज की महिलाएं जहाँ अपने बूढ़े सास ससुर को गांव में अकेला छोड़ दे रही हैं। ऐसे में इस बहू ने इस तरह की महिलाओं को भारतीय संस्कृति और संस्कार सिखाने की कोशिश की है। बड़ी बात यह कि महिला ने साड़ी पहनी है, लेकिन पीठ पर सास लदी है। इसलिए उसने पूरा ख्याल रखा है कि साड़ी का पल्लू सिर से ना उतरने पाए। इतनी भीड़ में भी बहू इस तरह से अपनी सास को पकड़े है, जैसे कोई मां अपने बच्चे को पकड़े रखती है