
पहाड़ का सच, हरिद्वार।

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव मैं हरिद्वार ग्रामीण से पहली बार विधायक बनकर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत करने वाली पूर्व सीएम हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत श्यामपुर थाना पुलिस पर नाराज हो गईं। अपनी नाराजगी दर्शाने और अपनी बात आगे तक पहुंचाने के लिए अनुपमा ने ‘गांधीगिरी’ का रास्ता अपनाया है. अनुपमा गांधीजी की तस्वीर के साथ थाना परिसर में ही धरने पर बैठ गईं. दरअसल, अनुपमा रावत का आरोप है कि पुलिस उनके समर्थकों को बीजेपी के इशारे पर परेशान कर रही है और उनसे दुश्मनी निकाल रही हैं क्योंकि उन्होंने सीएम धामी के करीबी स्वामी यतीश्वरानंद को चुनाव में करारी शिकस्त दी है। अनुपमा का कहना है कि, चुनाव जीतने के बाद से ही पुलिस आए दिन उनके समर्थकों को घरों से उठा रही है। यहां तक कि उनके छोटे बच्चों तक को बख्शा नहीं जा रहा है।
हरिद्वार ग्रामीण से विधायक बनीं अनुपमा का आरोप है कि बदलाव के लिए कांग्रेस को वोट देने वाले लोगों को परेशान किया जा रहा है। जो पीड़ित हैं उनको ही थाने में बैठाया जा रहा है। वो ये अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगी। उन्होंने साफ कहा कि ये देश गांधी जी के आदर्शों पर चलता है और इसलिए आज वो भी उन्हीं की तस्वीर लेकर थाने में बैठ गई हैं।
उधर, इस पूरे मामले पर थानाध्यक्ष श्यामपुर अनिल चौहान का कहना है कि क्षेत्र में कोई मामला होता है तो उसमें पूछताछ की जाती है, चाहे पक्ष किसी भी पार्टी का क्यों न हो। लेकिन विधायक चाहती हैं कि किसी भी मामले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से थाने बुलाकर पूछताछ न की जाए, जो संभव नहीं है। पुलिस अपना काम पूरी ईमानदारी से कर रही है और आगे भी करती रहेगी।
