
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल

? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
?️ *दिनांक – 30 मई 2024*
?️ *दिन – गुरूवार*
?️ *विक्रम संवत – 2081 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2080)*
?️ *शक संवत -1946*
?️ *अयन – उत्तरायण*
?️ *ऋतु – ग्रीष्म ॠतु*
?️ *अमांत – 17 गते ज्येष्ठ मास प्रविष्टि*
?️ *राष्ट्रीय तिथि – 8 वैशाख मास*
?️ *मास – ज्येष्ठ (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार वैशाख*
?️ *पक्ष – कृष्ण*
?️ *तिथि – सप्तमी सुबह 11:43 तक तत्पश्चात अष्टमी*
?️ *नक्षत्र – धनिष्ठा सुबह 07:31 तक तत्पश्चात शतभिषा*
?️ *योग – वैधृति रात्रि 08:53 तक तत्पश्चात विष्कंभ*
?️ *राहुकाल – दोपहर 01:58 से शाम 03:41 तक*
? *सूर्योदय- 05:17*
?️ *सूर्यास्त- 19:13*
? *दिशाशूल – दक्षिण दिशा में*
? *व्रत पर्व विवरण – पंचक*
? *विशेष – सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
? *मसूढ़ों की सूझन* ?
? *जामुन के वृक्ष की छाल के काढ़े के कुल्ले करने से दाँतों के मसूढ़ों की सूझन मिटती है व हिल्ते दाँत मजबूत होते हैं।*
?? *आरोग्यनिधि पुस्तक से*
? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
? *वास्तु शास्त्र* ?
? *यदि घर में अक्सर तनाव की स्थिति बनी रहती है तो सफेद चंदन की बनी कोई भी मूर्ति ऐसे स्थान पर रखें, जहां से सभी सदस्यों की नजर उस पर पड़े। इससे पारिवारिक तनाव खत्म होगा और सदस्यों में आपसी विश्वास बढ़ेगा।*
? *~ वैदिक पंचांग ~* ?
? *डर लगता है तो* ?
? *किसी को डर लगता हो तो | कोई अकेले नहीं सो पाते, कोई भूत पकड़ ले तो, ऐसे बहुत कारणों से डरते हैं| तो गुरुदेव को याद करके*
? *ॐ ॠषिकेशाय नम:… ॐ ॠषिकेशाय नम: …ॐ ॠषिकेशाय नम: ये जप करें | ये अग्निपुराण में अग्निदेव कहते हैं |*
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