पहाड़ का सच/एजेंसी
नई दिल्ली. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा है कि पाकिस्तान उकसावे के किसी भी कदम के खिलाफ अपनी संप्रभुता की रक्षा करने में सक्षम और दृढ़ है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के यह कहने के एक दिन बाद कि यदि आतंकवादी भारत में शांति भंग करने और पड़ोसी देश भागने की कोशिश करेंगे, तो भारत उन्हें मारने के लिए पाकिस्तान में घुसेगा. इस्लामाबाद ने शनिवार को बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे ‘भड़काऊ’ बताया है. डॉन ने यह जानकारी दी. एक निजी न्यूज़ चैनल के साथ एक साक्षात्कार के दौरान, राजनाथ सिंह ब्रिटिश अखबार ‘द गार्जियन’ की रिपोर्ट से जुड़े एक सवाल का जवाब दे रहे थे, जिसमें दावा किया गया था कि भारतीय खुफिया एजेंसियों ने 2019 के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक साहसी कदम के तहत पाकिस्तान में आतंकवादियों की हत्याएं कीं.
भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध तब से और खराब हो गए हैं जब 2019 में कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों के होने का पता चला था. इसके बाद भारत को पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित आतंकवादी अड्डे पर हवाई हमला करना पड़ा था. पाकिस्तान ने इस साल की शुरुआत में कहा था कि उसके पास उसकी धरती पर उसके दो नागरिकों की हत्या में भारतीय एजेंटों के शामिल होने के विश्वसनीय सबूत हैं. हालांकि, भारत ने इसे “झूठा और दुर्भावनापूर्ण” प्रचार बताया था.
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने शनिवार को कहा, “पाकिस्तान के अंदर ‘आतंकवादी’ के रूप में मनमाने ढंग से घोषित अधिक नागरिकों को अतिरिक्त विवेकपूर्ण ढंग से फांसी देने की भारत की तैयारी का दावा दोषी होने की स्पष्ट स्वीकृति है.” इसमें कहा गया है, “अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए भारत को उसके जघन्य और अवैध कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराना जरूरी है.”
बयान में आगे कहा गया, ”पाकिस्तान ने हमेशा क्षेत्र में शांति के लिए अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है. हालाँकि, शांति की हमारी इच्छा को गलत नहीं समझा जाना चाहिए. इतिहास पाकिस्तान के दृढ़ संकल्प और अपनी रक्षा करने की क्षमता का गवाह है.” भारत ने अभी तक पाकिस्तान विदेश कार्यालय की तरफ से जारी बयान के जवाब में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.