पहाड़ का सच,देहरादून
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने उत्तराखण्ड विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती रितु खण्डूरी द्वारा पार्टी विशेष के चुनाव प्रचार पर सवाल खड़ा करते हुए इसे उनके संवैधानिक पद की गरिमा के खिलाफ बताया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती रितु खण्डूरी द्वारा भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में खुले आम प्रचार करने पर आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का पद संवैधानिक है जो किसी पार्टी विशेष से नहीं जुड़ा होता है परन्तु आम चुनाव में पार्टी विशेष के पक्ष में प्रचार करना उनके पद की गरिमा के खिलाफ है। विधानसभा अध्यक्ष अपने पद की गरिमा के खिलाफ जाकर किसी भी पार्टी के पक्ष में प्रचार नहीं कर सकते हैं परन्तु वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष द्वारा भाजपा प्रत्याशी के पक्ष मे प्रचार किये जाने से उन्होंने संवैधानिक पद की गरिमा को गिराया है तथा उन्हें इस पद पर बने रहने का कोई अधिकार रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराण्ड विधानसभ अध्यक्ष ने वर्षों से चली आ रही परम्पराओ को तोड़ने का काम किया है जिसके चलते कांग्रेस पार्टी विधानसभा अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग करती है।
करन माहरा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष सत्ताधारी दल के मुखौटे के रूप में चुनाव प्रचार करने को संवैधानिक पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला कदम कहा जायेगा। उन्होने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का पद संवैधानिक पद है न कि किसी पार्टी विशेष का उन्हें चुनावों से दूरी बनानी चाहिए थी परन्तु उन्होंने साबित कर दिया है कि भाजपा के राज में संविधान में उल्लिखित नियम कानून केवल विपक्षी दलों पर लागू होते हैं सत्ताधारी भाजपा पर नहीं।
करन माहरा ने निर्वाचन आयोग से भी मांग की है कि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा पार्टी विशेष के पक्ष मे प्रचार करने को गंभीरता से लिया जाय तथा इस पर आदर्श चुनाव आचार संहिता के प्रावधानों तहत न्याय सम्मत समुचित कार्रवाई की जाय।