– पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा ने इस्तीफे में कहा, कठिन समय में कांग्रेस ने साथ नहीं दिया
पहाड़ का सच,देहरादून।
ईडी की जांच में तारीख भुगत रही रुद्रप्रयाग की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष व पूर्व मंत्री डॉक्टर हरक सिंह रावत की करीबी लक्ष्मी राणा ने भी कांग्रेस छोड़ दी है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को सम्बोधित पत्र में लक्ष्मी राणा ने कहा कि कठिन समय में कांग्रेस पार्टी ने उनका साथ नहीं दिया। वे 27 साल से कांग्रेस से जुड़ी थी। वाबजूद इसके कांग्रेस ने उनकी कोई मदद नहीं की। उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। हाल ही में ईडी ने लक्ष्मी राणा के लाकर से 50 लाख के जेवरात समेत चल-अचल सम्पत्तियों के दस्तावेज बरामद किए थे। इससे पहले भी कई बार उनके तेल की डिपो को लेकर भी चर्चाएं आम रही हैं। डॉक्टर हरक सिंह रावत के आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज की जमीन में हरक के परिजनों के साथ सहयोगी के रूप में लक्ष्मी राणा का नाम गिना जाता है।
लक्ष्मी राणा का इस्तीफा:
प्रेषित,
सम्मानित प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस कमेटी उत्तराखण्ड
विषय: कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदयस्ता से त्याग पत्र देने के संदर्भ में।
महोदय,
मैं सन् 1998 में उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस की प्रदेश महामंत्री रही, 1997 से 2001 तक कांग्रेस पार्टी से ब्लॉक प्रमुख जखोली रही, 2002 से 2007 तक राज्य उपभोक्ता फॉर्म की सदस्य (राज्यमंत्री) रही, 2014 से 2019 तक कांग्रेस पार्टी से जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग रही, 2017 में रुद्रप्रयाग विधानसभा से कॉंग्रेस प्रत्याशी रही, 2018 से अब तक कांग्रेस पार्टी की प्रदेश महामंत्री हूँ।
आपको विदित होगा हाल ही में मेरे घर और प्रतिष्ठान पर राजनीतिक द्वेष के चलते ईडी की छापेमारी हुई, हालांकि मैं जानती हूँ ये एक कानूनी प्रक्रिया है, किंतु पार्टी की तरफ से मेरे खिलाफ हुए इस राजीनीतिक द्वेष के बारे में ना कोई प्रतिक्रिया आई ना ही किसी ने मुझे इस दुःख की घड़ी में कोई ढांढस बंधाया।
मैंने अपने जीवन के 27 साल से ज्यादा समय कांग्रेस परिवार की मजबूती के लिए कार्य किया, मैने उत्तराखंड के दूर दराज के पहाड़ी जिलों में हजारों महिलाओं और युवाओं को रात दिन मेहनत करके पार्टी में जोड़ने प्रयास किया, मैने मेरे जीवन का महत्वपूर्ण समय अपने, कांग्रेस परिवार की मजबूती के लिए समर्पित किया, किंतु आज मेरे कठिन समय में मेरे कांग्रेस परिवार के किसी भी जिम्मेदार पदाधिकारी ने मेरा साथ नहीं दिया, बहुत चिंतन करने के बाद मैंने अत्यंत आहत होकर दुखी मन से निर्णय लिया कि जिस कांग्रेस परिवार के सुख दुख में मैंने अपना जीवन खपाया उस कांग्रेस पार्टी में रहने का कोई औचित्य नही है, इसलिए मैं आज दुखी मन से कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे रही हूं। लक्ष्मी राणा पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग