– मुख्यमंत्री धामी के कड़े रुख के बाद भाजपा विधायक जीना व अन्य चार पर कोतवाली में दर्ज हुआ मुकदमा
– बेटे के टेंडर को लेकर नगर निगम में किया था बवाल, नगर आयुक्त से हुई थी तू तू में मैं
– बवाल के बाद सफाई कर्मचारी यूनियन चली गयी थी हड़ताल पर, आईएएस एसो. ने भी की थी तीव्र निंदा
पहाड़ का सच, देहरादून।
टेंडर को लेकर देहरादून नगर निगम अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ में बदसलूकी भाजपा के सल्ट के विधायक महेश जीना को भारी पड़ गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त रुख व विवाद में निष्पक्ष कार्रवाई के आदेश देते हुए आयुक्त गढ़वाल को सौंपी जांच के बाद भाजपा विधायक महेश जीना समेत चार के खिलाफ देहरादून शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 5 मार्च को दोपहर 3 बजकर 39 मिनट पर मुकदमा दर्ज किया गया। भाजपा विधायक जीना के नगर निगम में किए गए हंगामे के बाद भाजपा की काफी किरकिरी हुई। इस प्रकरण पर कांग्रेस ने भी भी सरकार को निशाने पर लिया।
तहरीर के आधार पर शहर थाना कोतवाली में मुकदमा संख्या 109/ 24 धारा 147 /186/ 504 /506 आईपीसी बनाम महेश जीना आदि पंजीकृत किया गया। नगर निगम के नगर आयुक्त और कर्मचारियों के साथ अभद्रता के मामले में कोतवाली पुलिस ने विधायक और उनके चार अन्य साथियों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और आपराधिक धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर किया है।
पुलिस को दी शिकायत में नगर निगम वाहन चालक संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार, सचिव धीरज भारती ने बताया कि मंगलवार को सल्ट विधायक महेश सिंह जीना अपने साथियों के साथ नगर निगम पहुंचे और वरिष्ठ लिपिक पवन थापा तथा अंकुश सोनी के साथ गाली गलौज करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी।इसके बाद विधायक जीना नगर आयुक्त गौरव कुमार के कमरे में दाखिल हुए और उन्हें भी गंदी गालियां दी।
घटना से आक्रोशित होकर नगर निगम के तीनों कर्मचारी संघ हड़ताल पर चले गए । सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के बाद जिस शहर में सफाई व स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था चरमरा गई। भाजपा विधायक महेश जीना संभवतः अपने किसी परिचित के टेंडर को लेकर नगर निगम कार्यालय पहुंचे थे।
बताया जा रहा है कि यह टेंडर निरस्त कर दिया गया है। इससे खिन्न भाजपा विधायक पहले स्वास्थ्य अनुभाग में हेड क्लर्क पवन थापा के पास पहुंचे। वाजिब जानकारी न मिलने के बाद वह आयुक्त गौरव कुमार के कार्यालय में घुस गए। उसके बाद तनातनी और असहज करने वाले माहौल और भाषा का यह वीडियो बाहर आ गया। इस घटना के बाद राजनीतिक माहौल भी गरमा गया और कांग्रेस भी हमलावर हो गई।
उधर, एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आज बुधवार को यशपाल सिंह सचिव नगर निगम वाहन चालक संघ द्वारा विधायक सल्ट महेश सिंह जीना व अन्य व्यक्तियों द्वारा 5 मार्च को नगर निगम देहरादून के कर्मचारियों व वरिष्ठ अधिकारियों से गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी देना व सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के संबंध में लिखित तहरीर दी गई थी। इस तहरीर का संज्ञान लेते हुए विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।
भाजपा को जांच रिपोर्ट का इंतजार
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने सल्ट के पार्टी विधायक महेश जीना के विवाद के मामले में कहा, सीएम द्वारा मामले की जांच के आदेश देने के बाद अब जांच रिपोर्ट का इंतजार रहेगा। उन्होंने कहा कि मामले में उन्होंने विधायक से जानकारी ली है, जांच रिपोर्ट आने के बाद पार्टी आगे का रुख तय करेगी।इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी संज्ञान ले चुके हैं और गढ़वाल आयुक्त को उन्होंने मामले की जांच सौंपी है। इस बीच भारतीय प्रशासनिक सेवा संघ के अध्यक्ष आनंद बर्द्धन और सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी ने कहा कि 5 मार्च को अपराह्न तीन बजे नगर निगम कार्यालय में टेंडर प्रक्रिया के दौरान विधायक ने अपने परिजन के पक्ष में प्रभावित करने के लिए अनुचित दबाव डाला।
उनके द्वारा सरकारी कार्य में अनुचित हस्तक्षेप किया गया। कार्यालय के वातावरण में प्रतिकूल प्रभाव डाला गया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का अमर्यादित कृत्य कार्यपालिका विधिक प्रक्रिया में अवैध हस्तक्षेप है। साथ ही कर्मचारियों और अधिकारियों के मनोबल पर कुप्रभाव डालता है।