पहाड़ का सच कोटद्वार
रक्तदान महा दान एवम नेत्रदान महा कल्याण की अवधारणा लिए कोटद्वार निवासी गोविंद डंडरियाल एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कांति डंडरियाल के द्वारा नेत्रदान का संकल्प लिया गया है।
कोटद्वार क्षेत्र मोटाढाक स्थित बालभारती पब्लिक स्कूल के वाइस प्रिंसिपल स्वर्गीय कुणाल रावत के द्वारा किए गए नेत्रदान के पश्चात कोटद्वार क्षेत्र में नेत्रदान के प्रति बहुत ही सकारात्मक जागरूकता आई है। जोकि बहुत ही संतोषप्रद है। हम सारी जिंदगी समाज और प्रकृति से लेने के बारे में ही सोचते हैं। हमें यह भी विचार करना चाहिए कि हमने प्रकृति व समाज को क्या लौटाया है।
रक्तदान व नेत्रदान वह माध्यम है जो हमें समाज व प्रकृति के ऋणभार को कुछ कम करता है।
बताते चले कि गोबिंद डंडरियाल जी पुलिस विभाग से सेवानिवृत हैं, और डंडरियाल विकास एवम सामाजिक कल्याण समिति के अध्यक्ष के साथ और भी कई समितियों के अध्यक्ष और जागरूक कार्यकर्ता हैं। जो कि समाज के उत्थान के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। उनके परिवार में अनेकों सदस्य नियमित रक्त दान करते हैं।
गोबिंद जी के परिवार के संकल्प को देखते हुए कुछ लाइनें दोहरा रहा हूं।
चिता में जाएगी तो राख बन जाएगी,
कब्र में जाएगी तो खाक बन जाएगी ।।
कर लो अगर दान नेत्रों का जिंदगी में,
दो लोगों की जिंदगी गुलजार हो जाएगी ।।