– जिलाधिकारी कार्यालय व आपदा से संदर्भित मामलों की जानकारी लेते हुए किसी भी प्रकरण को लंबित न रखने के निर्देश
पहाड़ का सच,बागेश्वर
जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने गरुड़ में तहसील कार्यालय व विकास खंड कार्यालय का निरीक्षण किया। सर्व प्रथम तहसील कार्यालय के निरीक्षण के दौरान उन्होंने मा0 मुख्यमंत्री कार्यालय, जिलाधिकारी कार्यालय व आपदा से संदर्भित मामलों की जानकारी लेते हुए किसी भी प्रकरण को लंबित न रखने के निर्देश दिए। उन्होंने न्यायालय के मामलों सहित बकायेदारों की स्थिति की जानकारी ली। कहा कि प्रत्येक कार्य का संपादन सही तरीके से किया जाय। उन्होंने विभिन्न पंजिकाओं का अवलोकन करते हुए कहा कि प्रत्येक पंजिका में कार्य का अंकन साफ व स्पष्ट हो। उन्होंने उपजिलाधिकारी को प्रत्येक कार्मिक के वर्क आर्डर के अनुरुप कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने तहसील परिसर में न्यायालय कक्ष, मीटिंग हॉल, ई-सेवा केंद्र, आधार केंद्र, नजारत कक्ष सहित मॉडर्न रिकार्ड रूम आदि का निरीक्षण करते हुए फाइलों का रखरखाव सही तरीके से करने व सफाई व्यवस्था पर नियमित ध्यान देने को कहा। उन्होंने उपजिलाधिकारी को मीटिंग हॉल के सुधारीकरण कार्य के प्रस्ताव बनाते हुए निष्प्रयोज्य सामग्री का निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
इसके उपरांत जिलाधिकारी ने विकास खंड कार्यालय का निरीक्षण करते हुए खंड विकास अधिकारी किशन राम आर्या से ग्राम पंचायतों में विभिन्न योजनाओं समेत चल रहे विकास कार्याे की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को टास्क विभाजन के अनुरूप ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों के कार्याे की नियमित समीक्षा करने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही कहा ही जल्द से जल्द कार्यालय में लाइब्रेरी की स्थापना सुनिश्चित की जाय। कहा कि विकास खंड कार्यालय पंचायत के विकास का मुख्य केंद्र होता है, इसलिए यहां की प्रत्येक व्यवस्था व कार्य संवेदनशीलता से किए जाए। उन्होंने खंड विकास अधिकारी से मनरेगा समेत विभिन्न योजनाओं की जानकारी ली तथा विभिन्न पंजिकाओं का अवलोकन किया। उन्होंने विकास खंड मुख्यालय के परिसर में अन्य विभागों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्मिक के सम्पत्ति के विवरण व सर्विस बुक का अंकन भलीभांति किया जाय।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि लखपति दीदी योजना से अधिक से अधिक महिलाएं लाभान्वित हों इसके लिए रेखीय विभागों से समन्वय करते हुए योजना से महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाय। उन्होंने कार्यालय के विभिन्न पटलों का निरीक्षण करते हुए फाइलों का रखरखाव सही तरीके से करने को कहा। कहा कि बैठकों का कार्यवृत्त अनिवार्य रूप से बने तथा अधीनस्थों से इसका अनुपालन कराया जाय। उन्होंने निरीक्षण के दौरान विधायक निधि, सांसद निधि व राज्य वित्त आयोग के कार्याे सहित सेवा पुस्तिका, जीपीएफ, पेंशन व ऑडिट आपत्तियों की जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी जितेंद्र वर्मा, ब्लॉक प्रमुख हेमा बिष्ट, तहसीलदार निशा रानी, खंड विकास अधिकारी किशन राम आर्या आदि मौजूद थे।