पहाड़ का सच/एजेंसी
कोटा। राजस्थान के कोटा में अब आए दिन कोचिंग स्टूडेंट्स के साथ वारदातें सामने आ रही हैं। एक तरफ कोचिंग स्टूडेंट्स पढ़ाई के दबाव के तनाव में आकर मौत को गले लगा रहे हैं दूसरी तरफ अब छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और रेप की घटनाओं ने अभिभावकों की नींद उड़ा दी है। हाल ही में कोटा में एक छात्रा के साथ गैंगरेप और एक अन्य छात्रा के साथ छेड़छाड़ की वारदात हो चुकी है। इस बीच कोटा के जवाहरनगर इलाके में एक नाबालिग कोचिंग छात्रा का फिरौती के लिए अपहरण कर लिए जाने की सूचना से मिलने से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया।
पुलिस ने आनन फानन में नाकाबंदी करवा डाली। पुलिस ने छात्रा को सकुशल ट्रेस कर परिजनों को सूचित कर दिया गया। दरअसल अज्ञात ठगों ने बिहार की एक छात्रा के परिजनों को फोन कर उसके अपहरण करने की सूचना दी। उन्होंने उसे छोड़ने की एवज में फिरौती की डिमांड कर डाली. इस पर बिहार में बैठे परिजनों ने बेटी को फोन किया। लेकिन कोचिंग संस्थान में होने के चलते उसने फोन नहीं उठाया. इससे परिजन घबरा गए. उन्होंने कोटा शहर पुलिस से इसकी सूचना दी।
छात्रा के किडनैप की सूचना से पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मच गया। पुलिस ने तत्काल छात्रा के कोचिंग सेंटर से संपर्क साधा। कोचिंग संस्थान में छात्रा के सकुशल होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने उसके परिजनों को सूचित किया। अपनी बेटी के सकुशल होने की सूचना मिलने के बाद परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। फिलहाल जवाहरनगर थाना पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर रही है. वह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिरकार फोन करने वाला शख्स कौन था।
उल्लेखनीय है कि कोटा में पढ़ाई के दबाव के चलते बीते वर्ष 28 कोचिंग स्टूडेंट्स मौत को गले लगा चुके हैं। इस साल भी करीब आधा दर्जन बच्चे सुसाइड कर चुके हैं। एक कोचिंग स्टूडेंट बीते सात दिन से लापता है। उसकी तलाश की जा रही है। देशभर में डॉक्टर और इंजीनियर बनाने की फैक्ट्री के नाम से मशहूर कोटा में गहलोत सरकार ने काफी काम कराया। इसे कोचिंग के साथ ही ट्यूरिस्ट सिटी बनाने के लिए हजारों करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।