ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल
🌹🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞🌹
🌤️ *दिनांक – 23 सितम्बर 2023*
🌤️ *दिन – शनिवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2080 (गुजरात – 2079)*
🌤️ *शक संवत -1945*
🌤️ *अयन – दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु – शरद ॠतु*
🌤️ *अमांत – 7 गते आश्विन मास प्रविष्टि*
🌤️ *राष्ट्रीय तिथि – 1 भाद्र पद मास*
🌤️ *मास – भाद्रपद*
🌤️ *पक्ष – शुक्ल*
🌤️ *तिथि – अष्टमी दोपहर 12:17 तक तत्पश्चात नवमी*
🌤️ *नक्षत्र – मूल दोपहर 02:56 तक तत्पश्चात पूर्वाषाढा*
🌤️ *योग – सौभाग्य रात्रि 09:31 तक तत्पश्चात शोभन*
🌤️ *राहुकाल – सुबह 09:09 से सुबह 10:39 तक*
🌞 *सूर्योदय-06:04*
🌤️ *सूर्यास्त- 18:13*
👉 *दिशाशूल- पूर्व दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण राधाष्टमी,गौरी-विसर्जन*
💥 *विशेष- अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
💥 *ब्रह्म पुराण’ के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- ‘मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।’ (ब्रह्म पुराण’)*
💥 *शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय।’ का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण’)*
💥 *हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)*
🌞~*वैदिक पंचांग* ~🌞
🌷 *कैसा भी बिखरा हुआ जीवन हो, सँवर जायेगा* 🌷
👉🏻 *अगर अशांति मिटानी है तो दोनों नथुनों से श्वास लें और ‘ॐ शान्ति:…… शान्ति:’ जप करें और फिर फूँक मार के अशांति को, बाहर फेंक दें | जब तारे नहीं दिखते हों, चन्द्रमा नहीं दिखता हो और सूरज अभी आनेवाले हों तो वह समय मंत्रसिद्धि योग का है, मनोकामना-सिद्धि योग का है |*
👉🏻 *इस काल में किया हुआ यह प्रयोग अशांति को भगाने में बड़ी मदद देगा | अगर निरोगता प्राप्त करनी है तो आरोग्यता के भाव से श्वास भरें और आरोग्य का मंत्र ‘नासै रोग हरै सब पीरा | जपत निरंतर हनुमत बीरा ||’ जपकर ‘रोग गया’ ऐसा भाव करके फूँक मारें | ऐसा 10 बार करें | कैसा भी रोगी, कैसा भी अशांत और कैसा भी बिखरा हुआ जीवन हो, सँवर जायेगा |*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *मनोकामनापूर्ति योग* 🌷
🙏🏻 *देवी भागवत में व्यास भगवान ने बताया है…. भाद्रपद मास, शुक्ल नवमी तिथि हो ….. उस दिन अगर कोई जगदंबाजी का पूजन करता है, तो उसकी मनोकामनायें पूर्ण होती है , और जिंदगी जब तक उसकी रहेगी वो सुखी और संपन्न रहेगा | इस दिन ए मंत्र का जप करें……*
🌷 *ॐ अम्बिकाय नम :*
🌷 *ॐ श्रीं नम :*
🌷 *ॐ ह्रीं नम:*
🌷 *ॐ पार्वेत्येय नम :*
🌷 *ॐ गौराये नम :*
🌷 *ॐ शंकरप्रियाय नम :*
🙏🏻 *थोड़ी देर तक बैठकर जप करना | और जिसको धन धान्य है, वो माँ से कहना मेरी गुरुचरणों में श्रध्दा बढे, भक्ति बढे (ये भी एक संपत्ति है साधक की) मेरी निष्ठा बढे मेरी उपासना बढे |*
💥 *विशेष – 24 सितम्बर 2023 रविवार को भाद्रपद मास, शुक्ल नवमी तिथि है ।*