
ज्योतिष इंद्रमोहन डंडरियाल

🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 25 दिसम्बर 2025*
🌤️ *दिन – गुरूवार*
🌤️ *विक्रम संवत 2082*
🌤️ *शक संवत -1947*
🌤️ *अयन – दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु – शिशिर ॠतु*
⛅ *अमांत – 10 गते पौष मास प्रविष्टि*
⛅ *राष्ट्रीय तिथि – 4 पौष मास*
🌤️ *मास – पौष*
🌤️ *पक्ष – शुक्ल*
🌤️ *तिथि – पंचमी दोपहर 01:42 तक तत्पश्चात षष्ठी*
🌤️ *नक्षत्र – धनिष्ठा सुबह 08:18 तक तत्पश्चात शतभिषा*
🌤️ *योग – वज्र शाम 03:14 तक तत्पश्चात सिद्धि*
🌤️ *राहुकाल – दोपहर 01:33 से शाम 02:48 तक*
🌤️ *सूर्योदय – 07:10*
🌤️ *सूर्यास्त – 05:24*
👉 *दिशाशूल – दक्षिण दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण- तुलसी पूजन दिवस,विश्व गुरू भारत सप्ताह (25 से 31 दिसंबर तक),पंचक*
💥 *विशेष – पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞~*वैदिक पंचांग* ~🌞
🌷 *व्यतिपात योग* 🌷
🙏🏻 *व्यतिपात योग की ऐसी महिमा है कि उस समय जप पाठ प्राणायम, माला से जप या मानसिक जप करने से भगवान की और विशेष कर भगवान सूर्यनारायण की प्रसन्नता प्राप्त होती है जप करने वालों को, व्यतिपात योग में जो कुछ भी किया जाता है उसका १ लाख गुना फल मिलता है।*
🙏🏻 *वाराह पुराण में ये बात आती है व्यतिपात योग की।*
🙏🏻 *व्यतिपात योग माने क्या कि देवताओं के गुरु बृहस्पति की धर्मपत्नी तारा पर चन्द्र देव की गलत नजर थी जिसके कारण सूर्य देव अप्रसन्न हुऐ नाराज हुऐ, उन्होनें चन्द्रदेव को समझाया पर चन्द्रदेव ने उनकी बात को अनसुना कर दिया तो सूर्य देव को दुःख हुआ कि मैने इनको सही बात बताई फिर भी ध्यान नही दिया और सूर्यदेव को अपने गुरुदेव की याद आई कि कैसा गुरुदेव के लिये आदर प्रेम श्रद्धा होना चाहिये पर इसको इतना नही थोडा भूल रहा है ये, सूर्यदेव को गुरुदेव की याद आई और आँखों से आँसु बहे वो समय व्यतिपात योग कहलाता है। और उस समय किया हुआ जप, सुमिरन, पाठ, प्रायाणाम, गुरुदर्शन की खूब महिमा बताई है वाराह पुराण में।*
💥 *विशेष ~ व्यतिपात योग – 26 दिसम्बर 2025 शुक्रवार को दोपहर 02:01 से 27 दिसम्बर, शनिवार को दोपहर 12:22 व्यतिपात योग है।*
🙏🏻 दुकान में गाय का चित्र या कुछ अन्य शुभ चित्र/प्रतिमाएँ लगाने से धार्मिक, मानसिक और व्यावसायिक—तीनों स्तरों पर सकारात्मक प्रभाव माना जाता है।
दुकान में गाय का चित्र लगाने के फायदे
1. बरकत और समृद्धि
गाय को कामधेनु कहा गया है। माना जाता है कि इससे दुकान में धन की आवक बनी रहती है।
2. सकारात्मक ऊर्जा
गाय का चित्र नकारात्मक ऊर्जा को कम करता है और वातावरण को शांत बनाता है।
3. ग्राहकों की संख्या में वृद्धि
शांत और पवित्र वातावरण से ग्राहक सहज महसूस करते हैं, जिससे व्यापार बढ़ता है।
4. व्यवसाय में स्थिरता
उतार-चढ़ाव कम होते हैं और नुकसान की संभावनाएँ घटती हैं।
कैसा चित्र लगाएँ?
गाय के साथ बछड़ा हो तो बहुत शुभ
गाय चरती हुई या खड़ी शांत मुद्रा में हो
स्थान: उत्तर या पूर्व दिशा, आँखों के सामने
गंदा या फटा चित्र न लगाएँ
दुकान में लगाने योग्य अन्य शुभ चित्र और उनके लाभ
सफेद घोड़े का चित्र
तरक्की, गति और नए अवसर
व्यापार में तेजी और रुकावटें दूर
लक्ष्मी–गणेश का चित्र
धन, सफलता और बुद्धि का आशीर्वाद
कैश काउंटर के पास शुभ
उगते सूर्य का चित्र
नई शुरुआत, सम्मान और ऊर्जा
रुका हुआ काम आगे बढ़ता है
हाथी (जल अभिषेक करता हुआ)
राजयोग, स्थायित्व और बड़ा लाभ
बड़ा व्यापार या होलसेल के लिए शुभ
कमल का फूल
शुद्ध धन, प्रतिष्ठा और सौम्यता
विशेष रूप से फाइनेंस/मेडिकल दुकानों के लिए अच्छा
दुकान में क्या न लगाएँ
डूबता सूर्य
युद्ध, हिंसा या उदासी वाले चित्र
टूटी मूर्तियाँ या फटे फोटो
अकेला रोता जानवर
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
